कुछ सोचु तो तेरा ख्याल आ जाता है, कुछ बोलू तो तेरा नाम आ जाता है, कब तलक ब्यान करूँ दिल की बात हर सांस में अब तेरा एहसास आ जाता है....
प्यार करना सीखा है नफरतो का कोई ठोर नहीं बस तू ही तू है इस दिल में दूसरा कोई और नहीं....
हर किसी को प्यार मिले तो कैसा हो? हर दिल मे प्यार हो तो कैसा हो? बरसो से प्यार की मिसाल देता है ताज महल हर गली मे ताज महल हो तो कैसा हो?
वैसे तो तुम मेरी पहली पसंद हो, मगर मैंने चाहा है तुम्हे अपनी आख़री मुहब्बत की तरह....
मेरे वजूद में काश तू उतर जाये में देखू आईना और तू नजर आये तू हो सामने और वक़्त ठहर जाये ये ज़िन्दगी तुझे यु ही देखते हुए गुज़र जाये....
तू चाँद में सितारा होता आसमान के एक आशियाना में एक आशियाना हमारा होता लोग तुम्हे दूर से देखते नजदीक से देखने का हक बस हमारा होता....
कलम थी हाथ में लिखना सिखाया आपने, ताकत थी हाथ में होसला दिलाया आपने, मंजिल थी सामने रास्ता दिखाया आपने, हम तो सिर्फ दोस्त थे, आशिक बनाया आपने....
भूल कर भी हमें भूल ना जाना, जिंदगी की राह में कभी छोड़ ना जाना, जिंदगी भर साथ चलने का वादा रखना, कुछ भी हो जाये. आई लव यू एक बार बोल कर ही जाना.
फिर ग़लतफैमियो में डाल दिया,जाते हुए मुस्कुराना ज़रूरी था.....!!!
ऊपर वाला भी आशिक है अपना,किसी और का होनें नहीं देता मुझे…..!!!
मुझसा ही आलसी मेरा खुदा है,ना मै कुछ मांगता हूँ, ना वो कुछ देता है.....!!!
मेरी हिम्मत को परखने की गुस्ताखी न हो,पहले भी कई तूफानों का रुख मोड़ चुका हु.......!!!
पथ्थर समझ के हमें मत ठुकराओ,कल हम मंदिर में भी हो सकते हैं......!!!
एहसान नहीं है जिन्दगी तेरा मुझ पर,मैंने हर सांस की यहाँ कीमत दी है.......!!!
झूठ अगर यह है कि तुम मेरे होतो यकीन मानो, मेरे लिए सच कोई मायने नहीं रखता…!!!
बचपना अब भी वही है हममें,बस ज़रूरतें बड़ी हो गयीं हैं.....!!!
बहुत उदास बैठे हो,कहो तो दिल दूं खेलने के लिए….!!!
सब कुछ पा लिया मैंने,पर वो तेरे मेंहदी लगे हाथ मेरे ना हो सके......!!!
अब तो डरने लगा हुँ मैं,जब कोई कहता हैं की "मेरा विश्वास तो करो".....!!!
मैने कभी झूठ बोलना सीखा नही,इसलिए तो कई लोग मूजसे नफरत करते है….!!!
ऐ मोहब्बत तू शर्म से डूब मर,एक शख्श को तू मेरा ना कर सकी…...!!!
मुट्ठी भर उजाला बांट दीया,और कहा.. लो हो गयी सुबह....!!!
खेलती है मेरे दुखो के साथ,जिंदगी किस कदर शरारती है....!!!
मैं हर काम गलत करता हु पर,कोई गलत काम नहीं करता....!!!
कहते है इश्क ऐक गुनाह है,जिसकी शरुआत दो बेगुनाहो से होती है....!!!
उसे गजब का शौंक है हरियाली का,रोज आकर जख्मों को हरा कर जाती है….!!!
जिंदगी का खेल शतरंज से भी मज़ेदार होता है,लोग हारते भी है तो अपनी ही रानी से....!!!
ना शाखों ने जगह दी, ना हवाओं ने बख्शा,मैं हूँ टुटा हुआ पत्ता, आवारा ना बनता तो क्या करता....!!!
जब हाथ आसमां तक नहीं पहुँचते,मैं पैर बुज़ुर्गों के छुं लेता हूं....!!!
मैंने कहा आज झूठ का दिन हैं,वो मुस्करा के बोले, फिर तुम मेरे हो....!!!
सुकून गिरवी है उसके पास,मोहब्बत क़र्ज़ ली थी जिससे.....!!!
मेरे बारे मे कोइ राय मत बनाना गालिब,मेरा वक्त भी बदलेगा, तेरी राय भी.…!!!
दुनिया तेरी रौनक़ से मैं अब ऊब रहा हूँ,तू चाँद मुझे कहती थी मैं डूब रहा हूँ....!!!
जिंदगी हमारी यूं सितम हो गई.खुशी ना जानें कहां दफन हो गई.....!!!
लिखी खुदा ने मुहब्बत सबकी तकदीर में,हमारी बारी आई तो स्याही खत्म हो गई......!!!
ज़िन्दगी सस्ती है,जीने के ढंग महँगे हैं......!!!
तरक्की की फसल, हम भी काट लेते,थोड़े से तलवे, अगर हम भी चाट लेते.....!!!
सिर्फ खुशबू रही, गुलाब नहीं,तेरी यादों का भी जवाब नहीं.....!!!
भूल जाना उसे मुश्किल तो नहीं है लेकिन,काम आसान भी हमसे कहाँ होते हैं.....!!!
यहाँ हर किसी को, दरारों में झाकने की आदत है,दरवाजे खोल दो, कोई पूछने भी नहीं आएगा…!!!
सुलाके सबको गहरी नींद में,फिर अकेला क्युं अंधेरा जागता है.....!!!
सबब तलाश करो… अपने हार जाने का,किसी की जीत पर रोने से कुछ नहीं होगा....!!!
इतना कीमती न कर तू खुद को,अक्सर लोग मँहगी चीजों को देखकर छोड़ देते हैं....!!!
लिपटे तुझसे कुछ यूँ,कि बिछड़ने का तरीक़ा भूल गए…!!!
आईना खफा हो गया,जब चहेरे बदल गये.....!!!
शेर अगर चूप है तो इसका मतलब ये नही की वो दहाड़ना भूल गया…!!!
इश्क़ बुझ चुका है,क्यूंकि हम ज़ल चुके हैं….!!!
'नमक' की तरह हो गयी है जिंदगी,लोग 'स्वादानुसार' इस्तेमाल कर लेते हैं…!!!
किस्मत तो लिखी थी मेरी सोने की कलम से,पर इसका क्या करें कि स्याही में ज़हर था.......!!!
अहसासों के काग़ज पर,ख़ुद को लिखता रहता हूँ…!!!