दहशत सी होने लगी है, इस सफ़र से अब …. ऐ जीन्दगी कहीं तो पहुँचा दे, ख़त्म होने से पहले !!
खुद कभी बेचा करता था दर्दे दिल की दवा, आज वक़्त मुझे अपनी ही दुकान पर ले आया !!
हर कोई मुझे जिंदगी जीने का तरीका बताता है,उन्हे कैसे समझाऊ की एक ख्वाब अधुरा है वर्ना जीना मुझे भी आता है !!
मुझको ढुँढ लेता है, रोज किसी बहाने से,दर्द वाकिफ हो गया है, मेरे हर ठिकाने से !!
क्या लिखु अपनी जिंदगी के बारे में दोस्तो, वो लोग ही बिछड़ गए है जो जिंदगी हुआ करते थे !!
थोडी मुस्कुराहटे ऊधार दे दे मूझे ए ज़िन्दगी,कुछ अपने आ रहे है, मिलने की रस्म निभानी है !!
अब मेरी जिंदगी की दुआ मांगते है लोग,जब मैंने जिंदगी को नजर से गिरा दिया !!
ए दोस्तो इश्क़ का दस्तूर ही कुछ ऐसा होता है, जो इसको जान लेता है ये साला उसीकी जान ले लेता है !!
जिसने देखा ही नहीं आंसुओं की बरसात का मौसम,वो शख्श क्या जाने की दिल का दर्द क्या है !!
क्या पानी पे लिखी थी मेरी तकदीर मेरे मालिक,हर ख्वाब बह जाता है मेरे रंग भरने से पहले ही !!
यूँ तो कोई शिकायत नहीं मुझे मेरे आज से, मगर कभी-कभी बीता हुआ कल बहुत याद आता है !!
वापसी का कोई सवाल ही नहीं,घर से निकला हूँ, आँसुओ की तरह !!
हर जुर्म पे उठती है उँगलिया मेरी तरफ, मेरे सिवा शहर में मासूम है लोग सारे !!
बेबसी किसे कहते है ये पूछो उस परिंदे से,जिसका पिंजरा रखा भी तो खुले आसमान के तले !!
ऐ नसीब एक बात तो बता जरा,सब को आजमाता है या मुझसे ही दुश्मनी है ?
बड़ी बेरंग सी हो गयी है अब मेरी ज़िन्दगी, एक वक़्त था जब लोग मुझसे खुश होने का राज़ पूछते थे !!
मेरे अल्फाजो को सुनने वाले तो बहुत है,पर मेरी ख़ामोशी को समझने वाला कोई नहीं !!
अफसोस ये नहीं है की दर्द कितना है,अफसोस ये है की तुम्हे परवाह नहीं है !!
मैं खुद भी अजनबी हूँ अपने लिए, मुझे गैर कहने वाले तेरी बात में दम तो है !!
बहुत सीमेंट है साहब आजकल की हवाओं में,दिल कब पत्थर हो जाता है पता ही नहीं चलता !!
बड़े ना-आशना थे हम पहले इस जहाँ में,तेरी आरजू में मिटे तो वजूद बना हमारा !!
मेरे बुरे दौर में मुझे छोड़ कर जाने वालों, मेरे अच्छे वक़्त में किस मुँह से लौट कर आओगे !!
मैं भी कभी हँसता खेलता था,कल एक पुरानी तस्वीर में देखा था खुद को !!
हंसकर दर्द छुपाने की कारीगरी मशहूर है हमारी, पर हुनर काम नहीं आता जब तेरा नाम आता है !!
सारे काम ज़रूरी थे ज़िन्दगी में, और होते भी गए,एक खुदा की इबादत ही थी जो हर बार टलती गयी !!
एक ही बात इन लकीरो में अच्छी है,धोखा देती है मग़र रहती हाथों में ही है !!
न जाने किन दुवाओ का असर है मुझ पर,जब भी डुबना चाहता हूँ तो दरियाँ ऊछाल लेता है !!
इस दुनिया के लोग भी कितने अजीब है ना, सारे खिलोने छोड़कर जज्बातों से खेलते है !!
आंसू भी नहीं बहाने देता ये दिल अब तो कहता है… ऐसे कैसे इन आंसुओ को बहा सकते हो तुम..इस पर भी तो उसका नाम है !!
जी रहा हूं अभी तेरी शर्तो के मुताबिक, दौर आएगा कभी मेरी फरमाइशों का भी !!
वक्त लगेगा पर संभल जाऊंगा,ठोकर से गिरा हूँ, अपनी नजरो से नहीं !!
ऐ बादल ! मेरी आँखे तुम रख लो,कसम से बड़ी माहिर हैं बरसने में !!
आज मेरी माँ ने बताया मुझे,बचपन मे कभी मै भी हँसता था !!
दर्द की बारिशों में हम अकेले ही थे,जब बरसी ख़ुशियाँ न जाने भीड़ कहां से आ गयी !!
पत्थर तो बहुत मारे थे लोगो ने मुझे,लेकिन जो दिल पर आ के लगा वो किसी अपने ने मारा था !!
चलते थे इस जहाँ में कभी सीना तान के हम भी,ये कम्बख्त इश्क़ क्या हुआ घुटनो पे आ गए !!
वो जो तुमने एक दवा बतलाई थी ग़म के लिए,ग़म तो ज्यों का त्यों रहा, बस हम शराबी हो गये !!
कितनी जल्दी दूर चले जाते है वो लोग,जिन्हें हम जिंदगी समझ के कभी खोना नहीं चाहते !!
इन्सान कम थे क्या,जो अब मौसम भी धोखा देने लगे !!
संघर्षो में यदि कटता है तो कट जाए सारा जीवन, कदम-कदम पर समझौता, मेरे बस की बात नहीं !!
तुम सो जाओ अपनी दुनिया में आराम से, मेरा अभी इस रात से कुछ हिसाब बाकी है !!
गिनती में ज़रा कमज़ोर हूँ मैं,ज़ख्म बेहिसाब़ न दिया करो, दुगना करके वापीस दुंगा !!
मेरे तो दर्द भी औरो के काम आते है, मैं रो पडु तो कई लोग मुस्कराते है !!
उठाना खुद ही पड़ता है थका टुटा बदन अपना, की जब तक साँसे चलती है, कन्धा कोई नहीं देता !!
कोई उसे खुश करने के बहाने ढूंड रहा था,मैने कहा- उसे मेरे मरने की खबर सुना दे !!
वो हैरान है मेरे सब्र पर तो उन्हें कह दो,जो आंसू दामन पर नहीं गिरते वो दिल चिर देते है !!
दफा हो जा ए मोहब्बत मेरी जिन्दगी से, हंसी हंसी में तूने मेरी सारी हंसी ही छीन ली !!
तूने मुझे भुला दिया इसका मुझे गम नहीं इतना, गम है की मुझे ठुकराकर भी तुझे कुछ न मिला !!
वो एक रात जला तो उसे चिराग कह दिया, हम बरसो से जल रहे है, कोई तो खिताब दो !!
और कब तक खेलेगा तू मुझसे मेरे खुदा, अब तो अपना खिलौना बदल ले !!