सब कुछ बदला बदला था जब बरसो बाद मिले, हाथ भी न थाम सके वो इतने पराये से लगे !!
कमबख्त दिल तैयार ही नहीं होता उसे भूलने के लिए, मैं उसके आगे हाथ जोड़ता हूँ और वो मेरे पाँव पड़ जाता है !!
न जाने किस के रंग में रंगी होगी वो आज, दिल यही सोच के जल जाता है !!
समझ नहीं आता की वफ़ा करे तो किससे करे, मिट्टी से बने ये लोग कागज़ के चंद टुकड़ो पे बिक जाते है !!
मुस्कुराने वाले को खुशनसीब मत समझो, क्यूंकि कुछ लोग मुस्कुराते है गम छुपाने के लिए !!
तेरी जुल्फे इशारो में कह गयी मुझे, मैं भी शामिल थी तुझे बर्बाद करने में !!
कभी चोट खाई तो कभी दिल संभाला, मोहब्बत भी एक खेल ही तो था !!
पानी में तैरना सीख लीजिये मेरे दोस्तो, आँखों में डूबने का अंजाम बुरा होता है !!
सबसे ज्यादा दर्द वो गलतियाँ देती है, जिनकी माफ़ी माँगने का वक़्त भी गुजर चुका होता है !!
क्या अजीब सी ज़िद है हम दोनों की, तेरी मर्ज़ी हमसे जुदा होने की और मेरी तेरे पीछे तबाह होने की !!
नींद से मेरा ताल्लुक़ ही नहीं बरसों से, ख्वाब आ आ के मेरी छत पे टहलते क्यों है !!
दिल ख़ुदा जाने किसके पास रहा, इन दिनों दिल बहुत उदास रहा !!
मोहब्बत और वफ़ा की हमेशा से दुश्मनी रही है, ना तो वफ़ा से मोहब्बत मिलती है और ना ही मोहब्बत से वफ़ा !!
लिख देना ये अल्फाज मेरी कबर पे, मौत अच्छी है मगर दिल का लगाना अच्छा नहीं !!
दिलासा देते है लोग की यूँ हर वक्त रोया न करो, मैं कैसे बताऊँ की कुछ दर्द सहने के काबिल नहीं होते !!
दिल से पूछो तो आज भी तुम मेरे ही हो, ये ओर बात है की किस्मत दग़ा कर गयी !!
गए थे गुनाहों की माफ़ी माँगने, वहाँ एक और गुनाह कर आए हम !!
तकदीर ने जैसा चाहा ढल गये हम, यूं तो संभल कर चले थे फिर भी फिसल गये हम !!
कफन की गिरह खोल कर मेरा दीदार तो कर लो, बन्द हो गई है वो आखें जिन से तुम शरमाया करती थी !!
तुम्हे कहने को अल्फाज़ तो सारे चुन लिए थे मैंने, मगर तेरी खामोशी ने उन्हे मेरे होठों तक आने न दिया !!
अचानक चौंक उठे नींद से हम, किसी ने शरारत से कह दिया की सुनो वो मिलने आई है !!
ऐसा लगता है की मैं टूट गया हूँ अन्दर से, बात करता हूँ तो आवाज़ खनकती है मेरी !!
हम तो आशिक लोग है हमारे हाथो में, जख्म पहले लिखे जाते है तकदीर बाद में !!
रोने से अगर वो मिल जाये तो, खुदा की कसम ईस धरती पे सावन की बरसात लगा दूँ !!
सच कहूँ तो तुझे कभी प्यार था ही नहीं मुझसे, तूने तो अपनी खामोशी दुर करने के लिये हमे खामोश कर दिया !!
हम ना पा सके तुझको मुद्दतो चाहने के बाद, किसी गैर ने तुझे अपना बना लिया चंद रसमें निभाने के बाद !!
उसकी जरूरत उसका इंतजार और अकेलापन, थक कर मुस्कुरा देता हूँ मैं जब रो नहीं पाता !!
खुद में समेटने की बात कह कर, वो शक़्स मेरे हर लम्हे को बिखेर गया !!
इत्तु सा दिल है मेरा इत्तु सा, और इत्ते बड़े बड़े ग़म झेलता है !!
सुनो ये मेरा दिल तुम ही रख लो ना, मेरे पास वैसे भी परेशान रहता है !!
हम रोज उदास होते है और शाम गुजर जाती है, किसी रोज शाम उदास होगी और हम गुजर जायेंगे !!
अगर मैं मर भी जाऊँ तो उसे खबर ना करना यारो, अगर वो रो उठी तो ये दिल फिर से धडक उठेगा !!
आशिकी करने को दिल नहीं करता अब, मगर देखते ही तेरा चेहरा दिल फिर आशिक हो जाता है !!
जिस फूलों की परवरिश हमने अपनी मोहब्बत से की, जब वो खुशबु के काबिल हुए तो औरो के लिए महेकने लगे !!
तेरे रोने का कोई फायदा नहीं ए दोस्त, हसीन लोग अक्सर बे-दर्द हुवा करते है !!
मैं पलट-पलट के आता हु दोस्तो, वो आते-आते पलट जाती है !!
एक तो सुकुन और एक तुम, कहाँ रहते हो आजकल मिलते ही नहीं !!
बहोत तकलीफ देती है न मेरी बाते तुम्हे, देख लेना एक दिन मेरी ख़ामोशी तुम्हे रुला देगी !!
कुछ बूंदे पानी की ना जाने कब से रुकी है पलकों पे, ना ही कुछ कह पाती है और ना बह पाती है !!
ये किस मोड़ पर तुम्हे बिछड़ने की सूझी, मुद्दतों के बाद तो संवरने लगे थे हम !!
लब ये कहते है की चलो अब मुस्कुराया जाये, सोचती है आखे की दिल से दगा कैसे किया जाये !!
ना आह सुनाई दी, ना तड़प दिखाई दी, बर्बाद हो गए तेरे इश्क में हम, बड़ी खामोशी के साथ !!
दुख अपना अगर हमको बताना नहीं आता, तुम को भी तो अंदाज़ा लगाना नहीं आता !!
इतनी वफ़ादारी ना कर किसी से यूँ मदहोश होकर, दुनिया वाले एक खता के बदले सारी वफ़ाएं भुला देते है !!
ये मौसम बारिश का अब पसंद नहीं मुझे ए खुदा, मेरे अपने आंसू ही बहूत है भीग जाने के लिये !!
अधूरी मोहब्बत मिली तो नींदे भी रूठ गयी, गुमनाम ज़िन्दगी थी तो कितने सकून से सोया करते थे !!
ए काश तुम समझ सकते मोहब्बत के उसूलो को, किसी की साँसों में समा कर उन्हें तन्हा नहीं करते !!
गये थे हम उनके आंसू पोछने, बेवजह इल्जाम लग गया हम पे उनको रुलाने का !!
आँधियों में भी जो जलता हुआ मिल जाएगा, उस दिए से पूछना मेरा पता मिल जाएगा !!
वो भी हमारी ख़ामोशी पर शक करने लगे, जिनको हमारा बोलना कभी पसंद हीं नहीं था !!