ज़िन्दगी में ज़िन्दगी से हर चीज़ मिली, मगर उनके बाद ज़िन्दगी न मिली !!
आदत बना ली मैंने खुद को तकलीफ देने की, ताकि जब कोई अपना तकलीफ दे तो ज्यादा तकलीफ ना हो !!
इसे इत्तेफाक समझो या दर्दनाक हकीकत, आँख जब भी नम हुई, वजह कोई अपना ही निकला !!
जिन्दगी भर कोई साथ नहीं देता यह जान लिया हमने, लोग तो तब याद करते है जब वो खुद अकेले होते है !!
ज़िन्दगी में ज़िन्दगी से हर चीज़ मिली, मगर उनके बाद ज़िन्दगी न मिली !!
टूटे हुए सपनो और छूटे हुए अपनोने मार दिया, वरना खुशी खुद हमसे मुस्कूराना सिखने आया करती थी !!
ना उजाड़ ए ख़ुदा किसी के आशियाने को, बहुत वक़्त लगता है, एक छोटा सा घर बनाने को !!
न कसूर इन लहरो का था, न कसूर उन तूफानो का था, हम बैठ ही लिये थे उस कश्ती में, नसीब में जिसके डूबना था !!
ख़ुदा तूने तो लाखो की तकदीर संवारी है, मुझे दिलासा तो दे की अब तेरी बारी है !!
सोचते है सीख ले हम भी बेरुखी करना सबसे, सब को मोहब्बत देते देते हमने अपनी क़दर खो दी है !!
बड़ी बरकत है तेरे इश्क़ में, जब से हुआ है, कोई दूसरा दर्द ही नहीं होता !!
यह कह कर मेरा दुश्मन मुझे हँसते हुए छोड़ गया, की तेरे अपने ही बहुत है तुझे रुलाने के लिए !!
क्या खूब सिला दिया है दिल लगाने का, लहजा भी भूल गया हूँ मैं मुस्कुराने का !!
ये ना पुछ मै शराबी कयुँ हुआ, बस युं समझ ले की, गमों के बोझ से नशे की बोतल सस्ती लगी !!
मैं किस्मत का सबसे पसंदीदा खिलौना हूँ, वो रोज़ जोड़ती है मुझे फिर से तोड़ने के लिए !!
तेरे दावे है तरक्की के तो फिर ऐसा क्यों है, मुल्क मेरा आज भी फुटपाथ पर सोता क्यों है !!
अज़ीब किस्सा देखा आज हमने खुदकुशी का, एक आदमी ने ज़िंदगी से तंग आकर मोहब्बत कर ली !!
दिल तो करता है की रूठ जाऊँ कभी बच्चों की तरह, फिर सोचता हूँ की मनाएगा कौन ?
जब भी मेरी कलम कोई आह भरती है, पता नहीं ये दुनिया क्यूं वाह-वाह करती है !!
ज़िन्दगी सारी गुज़र गई काँटो की कगार पर, पर आज फूलों ने मचाई है भीड़ हमारी मज़ार पर !!
उनको डर है की हम उन के लिए जान नही दे सकते, और मुझे खौफ है की वो रोएंगे बहुत मुझे आज़माने के बाद !!
यूँ ही नहीं आ जाता शायरी का हुनर, किसी की मोहब्बत में खुद को तबाह करना पड़ता है !!
एक दिन तुम्हे एहसास होगा कि क्या था मैं तुम्हारे लिए ! पर तब तक मैं तुम्हारी ज़िन्दगी से बहुत दूर जा चुका हूँगा
कितने सालों के इंतज़ार का सफर खाक हुआ । उसने जब पूछा “कहो कैसे आना हुआ”।
बेगाना हमने तो नहीं किया किसी को… लेकिन जिसका दिल भरता गया वो दूर जाता गया !
मेरे ख्वाबों में तुम मेरी हो लेकिन तुम्हे पाना मेरा ख्वाब है। काश तुम मुझसे दूर ना जाती। I miss You !
इस जमाने में वफ़ा की तलाश ना कर मेरे दोस्त, वो वक़्त और था जब मकान कच्चे और लोग सच्चे हुआ करते थे !
रिश्तों की डोरी तब कमजोर होती है जब इंसान ग़लतफहमी में पैदा होने वाले सवालों का जवाब खुद ही बना लेता है !
जिंदगी की आधी शिकायतें यूँ ही दूर हो जायें अगर लोग लोग एक दुसरे के बारे में बोलने की बजाये एक दूसरे से बोलना सीख जाएँ !
कभी कभी किसी का ध्यान आकर्षित करने का सबसे बेहतर तरीका उस व्यक्ति पर ध्यान ना देना ही होता है !
संसार में सुई बनकर रहें, कैंची बनकर नही। सुई दो को एक कर देती है, और कैंची एक को दो कर देती है। सबको जोड़ें, तोड़े नहीं…!
मैंने ज़िन्दगी से कुछ नहीं माँगा तेरे सिवा, और ज़िन्दगी ने मुझे सब कुछ दिया तेरे सिवा !!
यू तो बरबाद होने के रास्ते और भी थे, ना जाने मुझे मोहब्बत का ही ख्याल क्यों आया !!
सुना है इश्क़ से तेरी बहुत बनती है, एक एहसान कर उस से क़ुसूर पुछ मेरा !!
एक तुम हो जो रोज संवरते हो किसी और के नाम से, एक हम है जो रोज बिखर जाते है तुम्हारे नाम से !!
उसका प्यार भी आवारा बादल निकला, गरजा कहीं और बरसा कहीं और !!
ऐ मोहब्बत तेरी बस इतनी कहानी है, होठों पे दुआ और आँखों में पानी है !!
घर बना कर मेरे दिल में वो चली गई है, ना खुद रहती है और ना किसी और को बसने देती है !!
मुझे बहुत प्यारी है तुम्हारी दी हुई हर एक निशानी, चाहे वो दिल का दर्द हो या आँखों का पानी !!
मेरी मौत पे किसी को अफ़सोस हो न हो, ऐ दोस्त पर तन्हाई रोएगी की मेरा हमसफर चला गया !!
वो अक्सर मुझसे पूछते है शायरी कैसे बने, मैं कहता हूँ कुछ आँसू कागज़ पर गिरे और छप गए !!
फिर किसी ग़म ने पुकारा है शायद, कुछ उजाला सा हुआ है दिल में !!
हां और ना दोनों एक ही शब्द है, जिन्हे जवाब मिला वो बर्बाद ही हुआ है !!
मैं अभी तक समझ नहीं पाया तेरे इन फैसलो को ऐ खुदा, उस के हक़दार हम नहीं या हमारी दुआओ में दम नहीं !!
क्या बटवारा था हाथ की लकीरों का भी, उसके हिस्से में प्यार और मेरे हिस्से में इंतज़ार !!
इश्क़ का बँटवारा भी रज़ामन्दी से हुआ, चमक उन्हो ने बँटोरी और तड़प हम ले आये !!
लोग चुराने लगे है स्टेटस मेरे, गुजारिश है की गम भी चुरा लो !!
बहाना क्यूँ तलाश करते हो रूठ जाने का, बस इतना कह देते की दिल में जगह नहीं है !!
जिस चाँद को चाहने वाले हजारों हो, वो क्या समजेगा एक सितारे की कमी को !!
जिस चाँद को चाहने वाले हजारों हो, वो क्या समजेगा एक सितारे की कमी को !!