इंतजार किस पल का किये जाते हो यारों प्यासों के पास समंदर नही आने वाला.
लगी है प्यास तो चलो रेत निचोड़ी जाए अपने हिस्से में समंदर नहीं आने वाला.!!
जिनमें खोकर हम खुद को भी भूल गये.
क्या हमको भी उन आँखों ने ढूंढा होगा.!!
अगर तु मिल जाए तो कोई खुदा का करिश्मा जानु.
फिर हाथों की ईन लकीरों को में क्युँ मानु.!!
प्यार करना सिखा है नफरतो का कोई ठौर नही.
बस तु ही तु है इस दिल मे दूसरा कोई और नही.!!
कितना समझाया दिल को कि तु प्यार ना कर किसी के लिए खुद को बेक़रार ना कर.
वो तेरे लिए नहीं है नादान ऐ पागल किसी और की अमानत का इंतज़ार ना कर.!!
मोहब्बत परवाह और थोड़ा वक्त.
यही वो दौलत है जो अक्सर हम तुमसे माँगते हैं.!!
ना जाने कितने घायल हो गये है या इस नज़ारो के तीर ना चलाया कीजिए.
खुदा के कहर से दर ज़ालिम या ना इश्क़ मैं किसी को आजमाया कीजिए.!!
दिल को अपने आरमान मिल जाए इस जिस्म को अपनी जान मिल जाए.
आप जो मिल जाएँ मुझ को तो इश्क़ को अपनी दास्तान मिल जाए.!!
कुछ पल के लिए हमें अपनी बाहों में सुला ले.
अगर आँख खुली तो उठा देना और नहीं खुली तो दफना देना.!!
पलकोँ को झुका कर सलाम करते हैँ
इस दिल की दुआ आपके नाम करते हैँ.
मऩ्ज़ूर हो तो मुस्करा देना
यह दुनिया भी आपकी मुस्कराहट के नाम करते हैँ.!!
तेरे दिल में मेरी साँसों को पनाह मिल जाये.
तेरे इश्क में मेरी जान फ़ना हो जाय.!!
मेरे दोस्त कहते कि तेरे स्टेटस मस्त होते है.
मेनै कहा जिस पगली के लिये लिखता हू वो है हि इतनी प्यारी.!!
मुझसे नफरत ही करनी है तो इरादे मजबूत रखना.
जरा से भी चुके तो महोब्बत हो जायेगी.!!
उनकी आँखों में लगा है सुरमा ऐसे जैसे.
चाकू पर लगायी हो धार किसी ने.!!
दुनिया में सिर्फ दिल ही है जो बिना आराम किये काम करता है.
इसलिए उसे खुश रखो चाहे वो अपना हो या अपनों का.!!
लोग कहते हैं कि मेरी पसंद खराब है.
लेकिन फिर भी मैं तुम्हें पसंद करता हूं.!!
अंग्रेजी की किताब बन गए हो तुम.
पसंद तो बहुत आते हो पर समझ नहीं आते.!!
क्या पता था कि महोब्बत हो जायेगी.
हमें तो बस तेरा मुस्कुराना अच्छा लगा था.!!
दिल तो हर किसी के पास होता हैँ.
लेकिन सब दिलवाले नहीँ होते.!!
ख़ुदकुशी हराम है साहब मेरी मानो तो इश्क़ कर लो.!!
तेरी यादोँ के नशे मेँ अब चूर हो रहा हूँ.
लिखता हूँ तुम्हेँ और मशहूर हो रहा हूँ.!!
मै जिंदगी गिरवी रख दुंगा.
तु सीर्फ किमत बता मुस्कुराने की.!!
वो लाख तुझे पूजती होगी मगर तू खुश न हो ए खुदा.
वो पगली मन्दिर भी जाती है तो बस मेरी गली से गुजरने के लिए.!!
क्या क्या रंग दिखाती है जिंदगी क्या खूब इक्तेफ़ाक होता है.
प्यार में ऊम्र नही होती पर हर ऊम्र में प्यार होता है.!!
मेरी मोहब्बत की हद ना तय कर पाओगे तुम.
तुम्हें साँसों से भी ज्यादा मोहब्बत करते है हम.!!
खुदा ने जब इश्क़ बनाया होगा तो खुद आज़माया होगा.
हमारी तो औकात ही क्या है इस इश्क़ ने खुदा को भी रुलाया होगा.!!
तेरा ज़िक्र तेरी फिक्र तेरा एहसास तेरा ख्याल.
तू खुदा नहीं फिर हर जगह मौज़ूद क्यूँ है.!!
तेरी मुहब्बत पर मेरा हक तो नही पर दिल चाहता है आखरी सास तक तेरा इंतजार करू.!!
सुना है प्यार मे उड़ जाती है नींद सुना है प्यार मे उड़ जाती है नींद.
काश कोई हमें भी प्यार करे क्योकि हमें बहुत आती है नींद.!!
कितनी ही खूबसूरत क्यों न हो तुम पर मैं जानता हूँ.
असली निखार मेरी तारीफ से ही आता है.!!
ज़िन्दगी बहुत ख़ूबसूरत है सब कहते थे.
जिस दिन तुझे देखा यकीन भी हो गया.!!
तुमको देखा तो मौहब्बत भी समझ आई.
वरना इस शब्द की तारीफ ही सुना करते थे.!!
दिलो जान से करेंगे हिफ़ाज़त उसकी बस एक बार वो कह दे कि मैं अमानत हूं तेरी.!!
बहुत कुछ बदला हैं मैने अपने आप में लेकिन.
तुम्हें वो टूट कर चाहने की आदत अब तक नहीं बदली.!!
लोग कहते हैं की मोहब्बत एक बार होती हैं.
लेकिन मुझे तो एक ही इंसान से बार बार होती हे.!!
अपने दिल की सादगी पे रहम आता है मुझे.
मुस्कुरा कर बात की जिसने बस उसी का हो गया.!!
सहम उठते हैं कच्चे मकान पानी के खौफ़ से.
महलों की आरज़ू ये है कि बरसात तेज हो.!!
किसी सहर का किसी शाम का नही रहता.
जो तेरा हो जाये वो किसी काम का नही रहता.!!
कौन तन्हाई का एहसास दिलाता है मुझे.
ये भरा शहर भी तन्हा नज़र आता है मुझे.!!
मेरे दिल की उम्मीदों का हौसला तो देखो.
इंतज़ार उसका है जिसे मेरा एहसास तक नहीं.!!
जब नहीं तुझको यक़ीं अपना समझता क्यूँ है.
रिश्ता रखता है तो फिर रोज़ परखता क्यूँ है.!!
क्या हुआ तुमको अगर चेहरे बदलना आ गया हमको भी हालात के साँचे में ढलना आ गया.
रोशनी के वास्ते धागे को जलते देखकर ली नसीहत मोम ने उसको पिघलना आ गया.!!
गिरता है अपने आप पर दीवार की तरह.
अंदर से टूटता है जब पत्थर का आदमी.!!
ना ढूंढ मेरा किरदार दुनियाँ की भीड़ में.
वफादार तो हमेशा तन्हां ही मिलते है.!!
सुन पगले स्टाईल तो में सिर्फ शोक के लिए करती हूँ.
वरना ज़माने के लिए तो मेरी नशीली आँखो के इशारे ही काफी है.!!
हर मर्ज़ का इलाज़ मिलता था उस बाज़ार में.
मोहब्बत का नाम लिया दवाख़ाने बन्द हो गये.!!
काश ये सपना भी पूरा हो जाये हम भी किसी के सपनों मे आ जाये.
हो हमारा जिक्र उनके लबों पर हम भी उसके दिल मे बस जाये.!!
वो कहने लगी नकाब में भी पहचान लेते हो हजारों के बीच.
मेंने मुस्करा के कहा तेरी आँखों से ही शुरू हुआ था इश्क हज़ारों के बीच.!!
मरने के लिए वजह बहोत सारी हैं जीने के लिए सिर्फ तू.!!
अपनी निगाहों से ना देख खुदको
हीरा भी तुझे पत्थर लगेगा
सब कहते होंगे चाँद का टुकड़ा है तू
मेरी नज़र से देख चाँद तेरा टुकड़ा लगेगा