क्युं करते हो… इतनी मोहब्बत… दर्द की इतनी तलब… अच्छी नहीं !!
यूँ तो शिकायते तुझ से सैंकड़ों हैं मगर, तेरी एक मुस्कान ही काफी है सुलह के लिये !!
कमजोरियां मत खोज मुझमे, मेरी कमज़ोरी बस तू है !!
हम तो वो है जो तेरी बातें सुन कर तेरे हो गए थे, वो और होंगे जिन्हे मोहब्बत चेहरो से होती हो !!
सुना है तुम ज़िद्दी बहुत हो, मुझे भी अपनी जिद्द बना लो !!
अगर बात ख्याल की करे तो बस इतना कहेंगे, तुम से जुड़ा हो तो हसीन और तुम्हारा हो तो बेहतरीन !!
जिस पल में तूने मुझे अपनी आगोश में लिया था, वो पल आज़ भी तेरी खुशबू से महक़ रहा है !!
चुप हो गया हूं आपकी सूरत को देखकर, करनी थी आपसे मुझे कितनी शिकायते !!
कैसी पहचान बनाई है तूने अपनी, नाम तेरा आने पर भी लोग याद मुझे करते है !!
तेरी महफ़िल से उठे तो किसी को खबर तक ना थी, तेरा मुड़-मुड़कर देखना हमें बदनाम कर गया !!
उतर जाते है दिल मै कुछ लोग इस कदर, उनको नीकालो तो जान निकल जाती है !!
अगर शक है मेरी मोहब्बत पे तो दो चार गवाह बुला लो, हम आज, अभी, सबके सामने, ये जिन्दगी तेरे नाम करते है !!
दम तोड़ देती है हर शिकायत लबों पे आकर, जब मासूमियत से वो कहती है की मैंने क्या किया है !!
उसकी निगाहो में इतना असर था, खरीद ली उसने एक नज़र में ज़िन्दगी मेरी !!
तेरे प्यार में हम इस कदर खो गए की, लोग अब हमे लापता समझने लगे है !!
तुम इतनी मासूम जो हो की, तुम्हे देखते ही कुछ लिखने का मन करता है !!
तेरे हुस्न की बिजली आ मुझ पे गिरी है, कुछ लिख न तू पगली क्या सोच रही है !!
भगवान् का मंदिर हो या टूटता हुआ तारा, जब भी मेरी आँखे बंद होगी, मैं सिर्फ तुझे ही मांगूंगा !!
तू रूठा रूठा सा लगता है, कोई तरकीब बता मनाने की, मैं ज़िन्दगी गिरवी रख दूंगा, तू क़ीमत बता मुस्कुराने की !!
दीदार की तलब हो तो नज़रे जमाये रखना ग़ालिब, क्यूंकि नकाब हो या नसीब…..सरकता जरुर है !!
ज़रूरत लगती नहीं मुझको तेरी तारीफ़ करने की, मैं ही तो लाया हूँ, लाखों मे तुम्हे चुन के !!
छुट जाए जमाना कोई गम नहीं, हाथ तेरा रहे बस मेरे हाथ में !!
मेरी हर बात पर हंस के कह देती थी वो की पागल हो तुम, और मैं कहता था की तुमने ही तो बनाया है !!
जान लेने पे तुले है दोनो मेरी, इश्क हार नहीं मानता और दिल बात नहीं मानता !!
अगर ये पूरा जमाना मेरा होता ना, फिर भी मैं तुम्हारी ही होती !!
सांसे तो बस दिखाने के लिये लेते है, वरना जिंदगी तो हमारी तुम ही हो !!
वो जब अपने हाथो की लकीरों में मेरा नाम ढूंढ कर थक गये, सर झुकाकर बोले की लकीरें झूठ बोलती है तुम सिर्फ मेरे हो !!
तेरी मुहब्बत पर मेरा हक तो नही पर दिल चाहता है, की आखरी सांस तक तेरा इंतजार करू !!
ऐ समुन्द्र तेरे से वाकिफ हूँ मगर इतना बताता हूँ, वो आँखे तुझसे ज्यादा गहरी है जिनका में आशिक हूँ !!
जिन्दगी मेरी उलझ सी जाती है, जब तुम्हारा नाम कोई और लेता है !!
कितनी क़ातिल है ये आरज़ू ज़िंदगी की, मर जाते है किसी पर लोग जीने के लिए !!
बेवफा कहने से पहले मेरे रग रग का खून निचोड़ लेना, कतरे कतरे से वफ़ा ना मिले तो बेशक मुझे छोड़ देना !!
तस्वीर बना कर तेरी आसमान पे टांग आया हूँ, और लोग पूछते है की आज चाँद इतना बेदाग़ कैसे है !!
आज़ाद कर दूंगा तुमको अपनी मोहब्बत की क़ैद से, क़दर करे जो हमसे बेहतर तुम्हारी, पहले वो शख्स तो ढूँढो !!
मेरे प्यार का असर तो देख पगली, लोग मिलते मुजे है ओर हाल तेरा पूछते है !!
हमने तो उस शहर में भी किया है इंतज़ार तेरा, जहाँ मोहब्बत का कोई रिवाज़ न था !!
कल मैंने अपने दिल से तेरा रिश्ता पूछा तो कमबखत बोला की, उतना मैं तेरा भी नहीं हूँ जितना उस पगली का हूँ !!
भगवान का मंदिर हो या चाहे टूटता हुआ तारा, जब भी मेरी आँखे बंद होगी तब मैं सिर्फ तुझे ही मांगूंगा !!
करो यकीं तो बताऊँ तुम्हे, बहुत ख़ास, बहुत खास, बहुत खास हो तुम !!
तुझको देखा तो फिर उसको ना देखा गालिब, चाँद कहता रह गया की मैं चाँद हूँ, मैं चाँद हूँ !!
मुझसे नफरत ही करनी है तो इरादे मजबूत रखना, जरा से भी चुके तो महोब्बत हो जायेगी !!
ना दिल में आता हूँ और ना समज में आता हूँ, अगर किस देती है तो अभी आता हूँ !!
मैं अगर चाहु भी तो शायद ना लिख सकूं उन लफ़्ज़ों को, जिन्हे पढ़ कर तुम समझ सको की मुझे तुम से कितनी मोहब्बत है !!
मेरी खुशियों का पासवर्ड हो तुम, दुबारा मत पूछना की मेरी कौन हो तुम !!
एक बार उसके रोने पर उसके होंठो को क्या चुम लिया, अब तो पगली हर रोज रोने का बहाना करती है !!
वो इस कदर छाई है मेरी जिंदगी के हिस्सो में की, मेरी सांसो की गिनती से ज्यादा मेरी जुबां पे उसका नाम आता है !!
मैं भी तेरे ईश्क में आतंकवादी बन जाऊं, तुझे बांहो में ले के बम से उड़ जाऊ !!
नतीजा एक सा निकला दिमाग और दिल का, की दोनों हार गए तुम्हारे इश्क में !!
न दो इल्जाम हमे की क्यों इतना घुरते है हम तुम्हे, जाकर उससे पूछो की क्यों इतना हसीं बनाया तुम्हे !!
वाकिफ़ है वो मेरी कमज़ोरी से, वो रो देती है और मैं हार जाता हूँ !!