कोई मुक़दमा ही कर दो हमारे सनम पर.
कम से कम हर पेशी पर दीदार तो हो जायेगा.!!
एक तो सुकुन और एक तुम.
कहाँ रहते हो आजकल मिलते ही नही.!!
इतनी मनमानीयां भी अच्छी नही होती.
तुम सिर्फ अपने ही नहीं मेरे भी हो.!!
तेरे साथ भी तेरा था.
तेरे बिन भी तेरा ही हूँ.!!
कल ही तो तौबा की मैंने शराब से.
कम्बख्त मौसम आज फिर बेईमान हो गया.!!
जो मैं रूठ जाऊँ तो तुम मना लेना.
कुछ न कहना बस सीने से लगा लेना.!!
सिर्फ तूने ही कभी मुझको अपना न समझा.
जमाना तो आज भी मुझे तेरा दीवाना कहता है.!!
दिल का मौसम कभी तो खुशगवार हो जाये.
एक पल को सही तुझे भी मुझसे प्यार हो जाये.!!
तुम्हारी दुनिया में हमारी चाहे कोई कीमत ना हो.
मगर हमने हमारी दुनिया में तुम्हे रानी का दर्जा दे रखा है.!!
ये जो हलकी सी फ़िक्र करते हो न हमारी.
बस इसलिए हम बेफिक्र रहने लगे हैं.!!
मेरी ज़िन्दगी में खुशियाँ तेरे बहाने से हैं.
आधी तुझे सताने से हैं आधी तुझे मनाने से हैं.!!
ये तो इश्क़ का कोई लोकतंत्र नहीं होता.
वरना रिश्वत दे के तुझे अपना बना लेते.!!
मै दौड़-दौड़ के खुद को पकड़ के लाता हूँ.
तुम्हारे इश्क ने बच्चा बना दिया है मुझे.!!
सुना है आजकल तेरी मुस्कुराहट गायब हो गयी है.
तू कहे तो फिर से तेरे क़रीब आ जाऊँ.!!
सुन पगली तेरा दिल भी धड़केगा तेरी आँख भी फड़केगी.
अपनी ऐसी आदत डालूँगा के हर पल मुझसे मिलने के लिये तड़पेगी.!!
जाने क्या कशिश है उसकी मदहोंश आँखों में.
नजर अंदाज जितना करो नज़र उस पे ही पड़ती है.!!
लेकर के मेरा नाम मुझे कोसती तो है.
नफरत में ही सही पर मुझे सोचती तो है.!!
तुम्हारे हँसने की वजह बनना चाहता हूँ.
बस इतना हैं तुमसे कहना.!!
ज़िन्दगी प्यारी और बहुत प्यारी है पर.
सिर्फ तब तक जब तक मैं तेरा और तूँ सिर्फ मेरी है.!!
तू नाराज न रहा कर तुझे वास्ता है खुदा का.
एक तेरा ही चेहरा खुश देख कर तो मैं अपना गम भुलाता हूँ.!!
वो जो दो पल थे तुम्हारी और मेरी मुस्कान के बीच.
बस वहीँ कहीं इश्क़ ने जगह बना ली.!!
Valentine Valentine करते रहे Valentine के दिन को तरसते रहे.
मोहब्बत का दिन आकर चला गया हम हर साल की तरह हाथ मलते रहे.
Happy Valentines Day.!!
हर कोई पूछता है करते क्या हो तुम.
जेसे मोहब्बत कोई काम ही नहीं.!!
तेरे इश्क से मिली है मेरे वजूद को ये शौहरत.
मेरा ज़िक्र ही कहाँ था तेरी दास्ताँ से पहले.!!
तरस गए हैं तेरे लब से कुछ सुनने को हम.
प्यार की बात न सही कोई शिकायत ही कर दे.!!
कागज़ों पे लिख कर ज़ाया कर दूं मै वो शख़्स नही.
वो शायर हुँ जिसे दिलों पे लिखने का हुनर आता है.!!
क्यो ना गुरूर करू मै अपने आप पे.
मुझे उसने चाहा जिसके चाहने वाले हजारो थे.!!
धडकनों को कुछ तो काबू में कर ऐ दिल.
अभी तो पलके झुकाई है मुस्कुराना बाकी है उनका.!!
जान लेने पे तुले हे दोनो मेरी.
इश्क हार नही मानता दिल बात नही मानता.!!
इतना किसी को सताया नहीं करते.
हद से ज़्यादा किसी को तड़पाया नहीं करते.!!
यूँ तो आदत नहीं मुझे मुड़ के देखने की.
तुम्हें देखा तो लगा एक बार और देख लूँ.!!
प्यार अगर सच्चा हो तो कभी नहीं बदलता.
न वक़्त के साथ न हालात के साथ.!!
तुम मुझे अच्छे या बुरे नहीं लगते बस अपने लगते हो.!!
एक हसरत थी की कभी वो भी हमे मनाये.
पर ये कम्ब्खत दिल कभी उनसे रूठा ही नही.!!
वो शाम का दायरा मिटने नहीं देते.
हमसे सुबहे का इंतज़ार होता नहीं है.!!
दिल मे छूपा रखी है मुहब्बत काले धन की तरह.
खुलासा नही करता हू कि कही हंगामा ना हो जाये.!!
हमें बताता क्यों नहीं ये राज़ कोई.
दिल अगर अपना है तो किसी और के बस में क्यों है.!!
दुनियाँ में इतनी रस्में क्यों हैं.
प्यार अगर ज़िंदगी है तो इसमें कसमें क्यों हैं.!!
तेरे मेरे प्यार को एक ताबीज़ की ज़रूरत है.
दुनिया भर की नज़रें हमारे ऊपर लगी हुई हैं.!!
काश दिल की आवाज़ में इतना असर हो जाए.
हम याद करें उनको और उन्हें ख़बर हो जाए.!!
एक चाहत थी आपके साथ जीने की.
वरना मोहब्बत तो किसी और से भी हो सकती थी.!!
मिल जायेगा हमे भी टूट कर चाहने वाला.
अब शहर का शहर तो बेवफा नहीं हो सकता.!!
हर बात के जवाब में मुस्कराना ही अच्छा है.
क्योंकि अब हर किसी को गोली तो मारी नहीं जा सकती.!!
गुजर रही है ये जिंदगी बड़े ही नाज़ुक दौर से.
मिलती नहीं तसल्ली तेरे सिवा किसी और से.!!
जाम पे जाम पीने से क्या फायदा शाम को पी सुबह उतर जाएगी.
अरे दो बूंद मेरे प्यार की पीले जिन्दगी सारी नशे मे गुज़र जाएगी.!!
बदलेंगे नहीं ज़ज़्बात मेरे तारीखों की तरह.
बेपनाह इश्क़ करने की ख्वाहिश उम्र भर रहेगी.!!
बार बार पूछने से जवाब बदल थोड़ी जायेगा.
बता तो दिया ज़िन्दगी हो तुम.!!
उनकी चाहत में हम कुछ यूँ बंधे हैं कि.
वो साथ भी नहीं और हम अकेले भी नहीं.!!
साथ अगर दोगे तो मुस्कुराएंगे ज़रूर प्यार अगर दिल से करोगे तो निभाएंगे ज़रूर.
कितने भी काँटे क्यों ना हों राहों में आवाज़ अगर दिल से दोगे तो आएंगे ज़रूर.!!
तुम ने चाहा ही नहीं हालात बदल सकते थे तेरे आाँसू मेरी आँखों से निकल सकते थे.
तुम तो ठहरे रहे झील के पानी की तरह दरिया बनते तो बहुत दूर निकल सकते थे.!!