तुमसे मिलकर जाने किस गुमान में हूँ मैं… तुमसे मिलकर जाने किस गुमान में हूँ मैं… देखो भूल गया सब पते-ठिकाने… आसमान में हूँ मैं…
मेरी आँखों से आसूँ भले ही ना निकले हो पर ये दिल आज भी तेरे लिए रोता है … लाखों दिल भी मिल कर उतना प्यार नहीं कर सकते जितना ये अकेला दिल तुमसे करता है..
शौंक नहीं है मुझे अपने जज़्बातों को यूँ सरेआम लिखने का … मगर क्या करूँ , अब जरिया ही ये है तुझसे बात करने का
सारी उम्र आँखों में एक सपना याद रहा , सदियाँ बीत गयी पर वो लम्हा याद रहा , जाने क्या बात थी उसमें और मुझ में ,सारी महफ़िल भूल गए बस वही एक चेहरा याद रहा
साथ ना रहने से रिश्ते टूटा नहीं करते , वक़्त की धुंध से लम्हे टूटा नहीं करते , लोग कहते हैं कि मेरा सपना टूट गया, टूटी नींद है , सपने टूटा नहीं करते
जब भी जख्म तेरे यादों के भरने लगते है, किसी बहाने हम तुम्हे याद करने लगते है हर अजनबी चेहरा पहचाना दिखाई देता है जब भी हम तेरी गली से गुजरने लगते है जिस रात को चाँद से तेरी बातें की हमने सुबह की आँख मे आँसू उभरने लगते है जिसने भर दिया दामन को बेरंग फूलों से उनके एक दर्द पर हम क्यों तड़पने लगते है दिल के दरवाजे पर कोई दस्तक नही होती तेरा जिक्र’ होते ही दरो दीवार महकने लगते है मिटा दे हर ख्याल जेहन की किताब से लेकिन इबारत पे उनका नाम देखकर सिसकने लगते है
जो तू साथ न छोड़े ता-उम्र मेरा ए मेहबूब मौत के फ़रिश्ते को भी इनकार न कर दूं तो कहना इतनी कशिश है मेरी मुहब्बत की तासीर में दूर हो के भी तुझ पे असर न कर दूं तो कहना !
मेरी नजरों की तरफ देख जमानें पे न जा , इक नजर फेर ले, जीने की इजाजत दे दे, रुठ ने वाले वो पहली सी मोहब्बत दे दे , इश्क मासुम है, इल्जाम लगाने पे न जा….
ये आँखें हैं जो तुम्हारी , किसी ग़ज़ल की तरह खूबसूरत हैं…. कोई पढ़ ले इन्हें अगर इक दफ़ा तो शायर हो जाए…!!
अकेले हम बूँद हैं, मिल जाएं तो सागर हैं अकेले हम धागा हैं, मिल जाएं तो चादर हैं अकेले हम कागज हैं, मिल जाए तो किताब हैं।
प्यार कहो तो दो ढाई लफज़, मानो तो बन्दगी , सोचो तो गहरा सागर,डूबो तो ज़िन्दगी , करो तो आसान ,निभाओ तो मुश्किल , बिखरे तो सारा जहाँ ,और सिमटे तो ” तुम “
कुछ रिश्तों को कभी भी… नाम ना देना तुम… इन्हें चलने दो ऐसे ही… इल्ज़ाम ना देना तुम ॥ ऐसे ही रहने दो तुम… तिश्नग़ी हर लफ़्ज़ में… के अल्फ़ाज़ों को मेरे… अंज़ाम ना देना तुम ॥
मुझसे नफरत करके भी खुश ना रह पाओगे, मुझसे दूर जाकर भी पास ही पाओगे , प्यार में दिमाग पर नहीं दिल पर ऐतबार करके देखिये , अपने आप को रोम – रोम में बसा पाएँगे।
उनका हर अंदाज़ हकीकत है या ख्वाब है , खुशनसीबों के पास रहते हैं वो , मेरे पास तो बस उनकी मीठी सी याद है
मेरी नजरों की तरफ देख जमानें पे न जा , इक नजर फेर ले, जीने की इजाजत दे दे, रुठ ने वाले वो पहली सी मोहब्बत दे दे , इश्क मासुम है, इल्जाम लगाने पे न जा….
दुनिया की भीड़ में तुझे याद कर सकूँ कुछ पल , अजनबी राहों की तरफ कदम मोड़ता हूँ।
नशा था उनके प्यार का , जिसमें हम खो गए , उन्हें भी पता नहीं चला कि कब हम उनके हो गए।
लिख दूँ तो लफज़ तुम हो , सोच लूँ तो ख्याल तुम हो , माँग लूँ तो मन्नत तुम हो , और चाह लूँ तो मोहब्बत भी तुम ही हो।
कितने चेहरे हैं इस दुनिया में, मगर हमको एक चेहरा ही नज़र आता है, दुनिया को हम क्यों देखें, उसकी याद में सारा वक़्त गुज़र जाता है।
हर शख्स को दिवाना बना देता है इश्क जन्नत की सैर करा देता है इश्क दिल के मरीज हो तो कर लो महोब्बत हर दिल को धड़कना सिखा देता है इश्क !!!
एक सुकून सा मिलता है….तुझे सोचने से भी…. फिर कैसे कह दूँ…मेरा इश्क़ बेवजह सा है….
बहुत दिनों बाद तेरी महफ़िल में कदम रखा है , मगर नजरो से सलामी देने का तेरा अंदाज़ नही बदला
सबकी लाइफ में कम से कम एक ऐसा इंसान 🙋♂️ तो होना चाहिए जो हमे सच्चे दिल ♥️ से प्यार और केयर करता हो।
एक बात बोलूं – 🗣️ कुछ यादें कुछ बातें, कुछ लोग और उनसे बने रिश्ते, कभी भुलाए नहीं जा सकते। 🥰
गम ने हंसने ना दिया, जमाने ने रोने ना दिया, नींद आई 💤 तो तेरी याद ने, सोने न दिया। 💭
अच्छा लगता है 🤗 जब कोई कहता है, कोई बात नहीं, मै हूं ना तुम्हारे साथ। 🙂
जो आपके लिए रोता 😥 हो ना, उसे कभी मत छोड़ना , क्यूंकि नसीब वालों को ही ऐसे चाहने वाले मिलते हैं।
मैं लब हूं 👥, मेरी बात हो तुम, मैं तब हूं, जब मेरे साथ 👩️👩 हो तुम।
अगर दिल ♥️ में चाहत सच्ची हो तो, दुनिया की कोई ताकत तुम्हे जुदा 🖇️ नहीं कर सकती।
तेरी मेरी बनती भी नहीं, तेरे सिवा किसी और से जमती भी नहीं।
मोहब्बत में शक 🤔 और गुस्सा 😡 वही लोग करते हैं, जो आपको खोने से डरते हैं।
जो इंसान आपको खुश रख सकता है, उससे ज्यादा Perfect आपके लिए कोई नहीं हो सकता!
एक तेरा ही तो ख्याल है मेरे पास, वरना कौन अकेले में मुस्कुराता है..
पता नहीं लोग मोहब्बत को क्या नाम देते हैं… हम तो तेरे नाम को ही मोहब्बत कहते हैं…
हम अपनी रूह तो तेरे जिस्म से ही छोड़ आए थे, तुझे गले से लगाया तो महज़ एक बहाना था!
इश्क कोई घाव नही जो भर जाएगा,रिवाज़ है साहब, हीर के बगैर रांझा मर जायेगा…
लड़~झगड़ कर ही सही, तुमसे उलझे रहना भी तो इश़्क है💕 …….
वैसे तो कृष्ण की राधा को देखा नहीं कभी, पर तुम्हे देखकर लगता है, बेशक़ उनसे कम खूबसूरत तो तुम भी नहीं 💕
आहिस्ता आहिस्ता पास आ रही हो, लगता हैं तुम दिल के हर कोने में बस गयी हो..!!
तुम मेरी वो स्माइल हो,जिसे देखकर, सब घर वाले मुझ पर शक करते हैं…..!♥️
ऐसे रिश्ते का भरम रखना बहुत मुश्किल है तेरा होना भी नहीं और तेरा कहलाना भी
आजकल लोग <प्यार> को क्या क्या नाम देते हैं, पर हम तो इन <धड़कनो> को ही तुम्हारे <नाम> कर देते हैं..!
🧑मैं तुम्हे याद नहीं करता… तुम मुझे याद हो गए हो।।
तु ♀ मेरी बिस्किट और मैं तेरा मोर्निंग का चाय,
आजा सोनिये मिलकर एक हो जाये
तेरी यादें, तेरी बातें, बस तेरे ही फसाने है, हाँ कबूल करते है, कि हम तेरे दीवाने है..
तुम जो कहते हो ना..!ख़ुश रहा करो….!!! तो फिर सुन लो हमेशा मेरे पास रहा करो…!!
हमेँ कँहा मालूम था क़ि इश्क़ होता क्या है, बस एक ‘तुम’ मिले और ज़िन्दगी मुहब्बत बन गई.
काश तुम पूछो के तुम मेरे क्या लगते हो, मे ग़ल्ले लगाऊँ और कहु…”सब कुछ”.
तेरे चेहरे में वो जादू हैं, के हर पल मेरे दिल को इसकी Khushbu आती रहती हैं.