बड़ी ही खूबसूरत शाम थी, वो तेरे साथ की …..अब तक “खुशबू” नही गई, मेरी कलाई से …. तेरे हाथ की..
अफसोस हे मुझे #दुनिया_जलती हे #मुझसे #गुरुर हे तुझे, मेरे नाम से दुनिया डरती तो हे #तुझसे
आवाज़ तो मैं तेरे दिल की ही हूँ सनम, बस सुर बदल बदल के आ जाती हूँ तेरे करीब !!
न जवाब न कोई सवाल रहता है, मुझे सिर्फ तेरा ख़याल रहता है !!
दिन में काम नहीं सोने देता, रात में एक नाम नहीं सोने देता !!
ये सोचकर की शायद वो खिड़की से झाँक ले, उसकी गली के बच्चे आपस में लड़ा दिए मैंने !!
लोग कहते है की किसी एक के चले जाने से जिन्दगी अधूरी नहीं होती, लेकिन लाखों के मिल जाने से उस एक की कमी पूरी नहीं होती है !!
साला दिल भी अजीब चीज़ है, अपना होकर किसी और के लिए धड़कता है !!
इतना भी मुझको मत देख पगली, अभी नजरो में आया हूँ, दिल में आया तो रातो की निंद तक उड जायेगी !!
मोहब्बत में ना जाने हमने क्या कुछ नहीं खो दिया, उन्हें पसंद थी रौशनी तो हमने खुद को ही जला दिया !!
हा है तो मुस्कुरा दे और ना है तो नज़र फेर ले, यूँ शरमा के आँखें झुकाने से उलझनें बढ़ जाती है !!
इस शहर के बादल तेरी ज़ुल्फों की तरह है, जो आग़ तो लगाते है पर बुझाने नहीं आते !!
ताबीज़ जैसे होते है कुछ लोग, बस गले लगते ही सुकून मिलता है !!
मैं जब भी टूटता हूँ तो तुझे ढूंढता हूँ, तु हमेशा कहती थी ना कि हम एक है !!
उसने पूछा की कौन सा तोहफा है मनपसंद, मैंने कहा वो लम्हा जो अब तक उधार है !!
आओ ले चले इश्क को वहाँ तक,जहाँ फिर से कोई कहानी बने, जहाँ फिर कोई गालिब नज्म़ पढे, फिर कोई मीरा दिवानी बने !!
एक बार तुम गले लगाने की मुझे इज़ाजत तो दो, सारी शिकायते तेरे काँधे से होकर गुज़र जाएगी !!
चलो आज ये दुनिया बांट लेते है, तुम मेरे और बाकी सब तुम्हारा !!
अपनी ईन नशीली निगाहों को जरा झुका दीजिए जनाब, मेरे मजहब में नशा हराम है !!
तस्वीर तेरी क़मीज़ की जेब में जबसे हम रखने लगे है, करीब से गुज़रता हर शख्स पूछता है की कौन सा इत्र है जनाब !!
अगर ये झूठ है की तुम मेरे हो, तो यकीन मानो सच मेरे लिए कोई मायने नहीं रखता !!
तमाम शराबें पी ली थी इस जहाँ की मगर, उसकी आँखों में झाँका तो जाना आखिर नशा भी क्या चीज़ है !!
नज़र नज़र का फर्क है, हुस्न का नहीं, महबूब जिसका भी हो बेमिसाल होता है !!
दो बूंद मेरे प्यार की पी ले, जिन्दगी सारी नशे में गुज़र जाएगी !!
उसकी आंखे लगे समंदर सी, बचते-बचते भी डूब जाता हूँ !!
अगर तू वजह ना पूछे तो एक बात कहूँ, बिन तेरे अब हमसे जिया नहीं जाता !!
देख कर चाँद को समँदर भी हिल जाता है, उन पर क्या गुज़रती होगी जिनकी बाँहों में चाँद होता है !!
मैं कहाँ से लाऊ….बता मिलता कहा है वो नसीब, जो उमर भर के लिए तुझे मेरा कर दे !!
उस शख्स में बात ही कुछ ऐसी थी, दिल नहीं देते तो जान चली जाती !!
तुम से कहा था ना की हम मर जायेंगे, लो मर गए तुम पर अब दफना लो अपनी बाँहों में !!
दिल पर हाथ रखो और कुछ देर रहने दो, मुझे महसूस करो और अपने पास ही रहने दो !!
कुछ कह रही है आप के सीने की धड़कनें, मेरा नहीं तो दिल का कहा तो मान जाइए !!
तुम से बेहतर तो नहीं है ये नज़ारे लेकिन, तुम ज़रा आँख से निकलो तो इन्हे भी देख लू !!
हमसे तो इश्क भी छुपाया नहीं जाता, आप खंजर कैसे छुपा लेती हो मुस्कुराहटों में !!
दूर बैठे रहोगे, पास न आओगे कभी, ऐसे रूठोगे तो जान ले जाओगे कभी !!
मेरी नजर से कभी खुद को देखना, तुम खुद ही खुद पे फिदा हो जाओगे !!
तुम मेरी जिंदगी का वो एकलौता सच हो, जिसके बारे में मैंने दुनिया के हर सख्श से झूठ कहा है !!
ख्वाबों में बना ली, आँखो में सज़ा ली, तस्वीर तेरी हमने, इस दिल में बसा ली !!
उठ-उठ के किसी का इंतज़ार करके देखना, कभी तुम भी किसी से प्यार करके देखना !!
उठती नहीं है आँखे किसी और की तरफ, पाबंद कर गयी है किसी की नजर मुझे !!
आधे से कुछ ज्यादा है, पूरे से कुछ कम, कुछ जिंदगी…कुछ गम…कुछ इश्क…कुछ हम !!
सुनो मर तो वैसे भी जाना है, क्युँ ना तुम पर ही मर जायें !!
तेरे लहजे में लाख मिठास सही मगर, मुझे जहर लगता है तेरा औरो से बात करना !!
काश तुम मेरी आँख का पानी बन जाओ, मैं कभी रो न पाऊ तुझे खोने के डर से !!
मुझसे जब भी मिलो तो नज़रे उठा के मिला करो, मुझे पसंद है अपने आप को तेरी आँखों में देखना !!
हुआ था शोर पिछली रात को दो चाँद निकले है, बताओ क्या ज़रूरत थीं तुम्हे छत पर टहलने की !!
तुझे क्या देखा, खुद को ही भूल गए हम इस क़दर, की अपने ही घर आये तो औरों से पता पूछकर !!
सो जाऊ या तेरी याद में खो जाऊ, ये फैसला भी नहीं होता और सुबह हो जाती है !!
बादशाह तो में कहीं का भी बन सकता हूँ, पर तेरे दिल की नगरी में हुकूमत करने का मज़ा ही कुछ अलग है !!
जरा सी जगह छोड देना अपनी नींदों में, आज रात तेरे ख्बाबो में हमारा बसेरा होगा !!