यूं तो सब कुछ सलामत है तेरी #दुनिया में ए खुदा! बस रिश्तें ही हैं जो अब टूटे टूटे से नजर आते हैं!
बोलो ना? तेरे बिना जी नहीँ सकते हम. इसी बात का फायदा उठाते हो ना!
दिल मेरा उसने ये कहकर वापस कर दिया… दुसरा दिजीए… ये तो टुटा हुआ है….!!?!!
कुछ रिश्ते #मुनाफा नहीं देते, पर अमीर जरूर बना देते हैं…
अगर जींदगी मे कुछ पाना हो तो तरीके बदलो ईरादे नही…
अजीब दस्तूर है मोहब्बत का रूठ कोई जाता है, टूट कोई जाता है…
भरी जेब ने दुनिया की पहेचान करवाई और खाली जेब ने इन्सानो की..
एक सवेरा था जब हँस कर उठते थे हम और आज कई बार बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है..
तेरे होठों से भी क्या खूब नशा मिला यूँ लगता है तेरे जूठे पानी से ही शराब बनती है|
ख़ुशी तकदीरो में होनी चाहिए तस्वीरो में तो हर कोई खुश नज़र आता है|
दुनिया के बड़े से बड़े साइंटिस्ट ये ढूँढ रहे है की मंगल ग्रह पर जीवन है या नहीं पर आदमी ये नहीं ढूँढ रहा कि जीवन में मंगल है या नही..
जब लगे पैसा कमाने, तो समझ आया शौक तो मां-बाप के पैसों से पुरे होते थे अपने पैसों से तो सिर्फ जरूरतें पुरी होती है…
मैंने अपनी मौत की अफवाह उड़ाई थी दुश्मन भी कह उठे आदमी अच्छा था…
कोई मिल जाए तुम जैसा ये ना-मुमकिन है पर तुम ढूँढ लो हम जैसा इतना आसान ये भी नही…
दम कपड़ों में नहीं, जिगर में रखो बात कपड़ों में होती तो सफेद कफन में लीपटा मुर्दा भी सुलतान मिर्ज़ा होता.
शाम को थक कर टूटे झोपड़े में सो जाता है वो मजदूर, जो शहर में ऊंची इमारतें बनाता है….
अमीर की बेटी पार्लर में जितना दे आती है, उतने में गरीब की बेटी अपने ससुराल चली जाती है….
कल एक इन्सान रोटी मांगकर ले गया और करोड़ों कि दुआयें दे गया, पता ही नहीँ चला की, गरीब वो था की मैं….
दीदार की तलब हो तो नजरें जमाये रखना .. क्यों कि ‘नकाब’ हो या ‘नसीब’ सरकता जरूर है…
गठरी बाँध बैठा है अनाड़ी, साथ जो ले जाना था वो कमाया ही नहीं..
भगवान से वरदान माँगा कि दुश्मनों से पीछा छुड़वा दो अचानक दोस्त कम हो गए.
अपनी भूख का इल्ज़ाम न दे तू खुदा को.. वो माँ के पेट में भी बच्चों को पाल देता है !
इस शिद्दत से निभा अपना किरदार पर्दा गिर जाए पर तालियाँ बजती रहे.
मेरे हाल पर हसने वालो बस इतना याद रखना लोगो का तो वक्त आता हे पर मेरे पूरा दोर आएगा.
थक गया हूँ तेरी नौकरी से ऐ जिन्दगी मुनासिब होगा मेरा हिसाब कर दे.
माचिस की ज़रूरत यहाँ नहीं पड़ती यहाँ आदमी आदमी से जलता है…
सुना है इश्क़ से तेरी बहुत बनती है एक एहसान कर उस से क़ुसूर पुछ मेरा…
ईरादे सब मेरे साफ होते है, इसीलिए लोग अक्सर मेरे खिलाफ होते हेँ !
मैँ कभी बुरा नही था उसने मुझे बुरा कह दिया…फिर मैँ बुरा बन गया ताकि उन्हे कोई झुठा ना कह दे…
नींद तो आने को थी मगर दिल पिछले किस्से ले बैठा…. अब खुद को बेवक्त सुलाने मे कुछ तो वक्त लगेगा..
कौन देता है उम्र भर का सहारा, लोग तो जनाज़े में भी कंधे बदलते रहते हैं!
उस घडी मेरा इश्क हदें भूल जाता था, जब लडते लडते वो कहती थी लेकिन प्यार मैं ज्यादा करती हू तुमसे..
चल कोई बात नही जो तु मेरे साथ नही लेकिन यह बंदा तेरे लिये रोये ऐसी तेरी ओकात नही।
मै शायर नही बस दिल के अहसासो को शब्दो का रूप दे देता हूँ.. जहाँ दिख गये हसीन चेहरे थोडी बहुत आवारगी कर लेता हूँ…
जिस शहर में तुम्हे मकान कम और शमशान ज्यादा मिले… समझ लेना वहा किसी ने हम से आँख मिलाने की गलती की थी….!!
आज फिर तन्हा रात में इंतज़ार है उस शख्स का, जो कहा करता था तुमसे बात न करूँ तो नींद नहीं आती
हजारो दुआओ में मांग कर भी वो मेरी न हो सकी, एक खुशनसीब ने बिना मांगे उसे अपना बना लिया ।।
मैं इस काबिल तो नही कि कोई अपना समझे…. पर इतना यकीन है… कोई अफसोस जरूर करेगा मुझे खो देने के बाद.!!
जिस मोहब्बत में दीवानगी ना हो, वोह मोहब्बत ही नही.
मैंने पूछा एक पल में जान कैसे निकलती है, उसने चलते चलते मेरा हाथ छोड़ दिया…
ना कर शक मेरी मोहब्बत पर ऐ पगली… अगर सबूत देने पर आया तो तू बदनाम हो जायेगी…
मुजे उस बात की फिक्र नहीं, जीस में मेरा जीक्र नहीं!
मेरी फितरत में नहीं है किसी से नाराज होना.. नाराज वो होते हैं जिन को अपने आप पे गुरूर होता है…..!!
क्यूँ घबराता है ऐ इंसान तू कुछ खोने से, जीवन तो शुरू ही होता है रोने से…
खुद की “Selfy” निकालना सेक़ेन्डों का काम है, लेक़िन खुद की “Image” बनानें में जिन्दगी गुजर जाती है !!
मिट्टी का तन, मस्ती का मन, छण भर जीवन, मेरा परिचय..
और भी बनती लकीरें दर्द की शुकर है खुदा तेरा जो हाथ छोटे दिए।
सीढिया उन्हे मुबारक हो… जिन्हे छत तक जाना है… मेरी मन्जिल तो आसमान है.. रास्ता मुझे खुद बनाना है..।
सारी दुनिया रूठ जाने से मुझे मुझे गरज नहीं,बस एक तेरा रूठ जाना मुझे तकलीफ देता है..
मैंने भी बदल दिये हैं जिन्दगी के उसूल । अब जो याद करेगा सिर्फ वही याद रहेगा ।