तुझको लेकर मेरा ख्याल नहीं बदलेगा., साल बदलेगा, मगर दिल का हाल नहीं बदलेगा।
चाहा था मुक्कमल हो मेरे गम की कहानी, मैं लिख ना सका कुछ भी, तेरे नाम से आगे !! *।
पैसे तो हम, जींदगीभर कमा लेंगे, अभी तो, दिल जीतने कि, उमर हे हमारी।
अगर कभी रोना आये, तो कॉल करना, हसाने की गारंटी नही देता हूँ, पर तेरे साथ रोऊंगा जरुर।
हर सुबह की धुप कुछ याद दिलाती हैं..
हर फूल की खुशबू एक जादू जगाती हैं,
चाहू ना, . चाहू कितना भी यार,
सुबह सुबह आपकी याद आ ही जाती हैं।
सरक गया जब उसके रुख से पर्दा अचानक. फ़रिश्ते भी कहने लगे काश हम भी इंसान होते।
हर खामोशी को इकरार नही कहते, हर नाकामी को हार नही कहते, क्या हुआ अगर हम आपके नही हो सकते, सिर्फ पा लेने को प्यार नही कहते।
तकलीफ देती है ना मेरी हर बाते तुम्हें, देख लेना एक दिन मेरी खामोशी तुम्हें रुला देगी।
अगर सच में किसी का साथ ज़िन्दगी भर चाहते हो.. तो उसे कभी मत बताओ की उस से कितना प्यार करते हो।
तेरे बाद हमने दिल का दरवाजा खोला ही नही.. वरना बहुत से चाँद आए इस घर को सजाने के लिए।
ढलती शाम का खुला एहसास है, मेरे दिल में तेरी जगह कुछ खास है, तू नहीं है यहाँ मालूम है मुझे, पर दिल ये कहता है तू यहीं मेरे पास है।
मुझे इस बात का गम नहीँ कि बदल गया ज़माना। मेरी जिंदगी तो सिर्फ तुम हो कहीँ तुम ना बदल जाना।
नज़र नज़र का फर्क है, हुस्न का नहीं ; महबूब जिसका भी हो बेमिसाल होता है।
तरस गए हैं तेरे लब से कुछ सुनने को हम, प्यार की बात न सही कोई शिकायत ही कर दे।
दिल से दिल का फासला कुछ यूँ तेय हो जाये. दिल मेरा धड़के ओर खबर तुझे हो जाये।
जब तू दाँतो मे क्लिप दबाकर, खुले बाल बांधती है,कसम से एक बार तो जिंदगी, वहीँ रुक जाती हैं…!
तुझे जब धड़कनों में बसाया तो… धड़कने भी बोल उठी…अब मज़ा आ रहा हैं धक-धक करने में…!!
काश में व्रत रखूं इश्क़ का…और तू तुड़वा दे अपने लबों की चाशनी से…!!
ये सर्द हवाएं कह रही है, तुझे गले से लगा लूँ,छुप जाऊँ तेरी बाहों में, और दुनिया को भुला दूँ…!!
बहुत खुबसूरत हो तुम…तुम्हें नजरों में भरें… या बाहों में भरें…
न जाने क्या मासूमियत है तेरे चेहरे पर…तेरे सामने आने से ज़्यादा, तुझे छुपकर देखना अच्छा लगता है…!!
मुझे देख कर आसमान के तारे भी .मेरी तरफ गुस्से से देख रहे है…और पूछ रहे है “हमारा एक तारा तुम्हारे पास कैसे…?
थोड़े गुस्से वाली थोड़ी नादान हो तुम,पर जैसी भी हो मेरी जान हो तुम…!!
अफ़ीमी आखें, शर्बती गाल और शराबी होंठ,खुदा ही जाने नशे में तुम हो या तुममें नशा है…!!
बहुत पसंद है मुझे दो काम,एक तुझसे बातें करना और दूसरा तुम्हारी बातें करना…!!
तुम्हारा ख्याल भी एक महक की तरह है,एक बार आ जाए, तो पूरा दिन मेरे ज़हन में रहता है…!!
आईना भी देखे तो देखता रहे तुम्हें,खूबसूरती की वो मिसाल हो तुम…!!
जिस दिन तेरी मेरी बात नहीं होती,दिन नहीं गुजरता रात नहीं होती…!!
बात इतनी सी थी कि तुम अच्छे लगते थे,अब बात इतनी बढ़ गयी है कि तुम बिन कुछ अच्छा नहीं लगता…!!
तेरे गुस्से पर भी प्यार आता है हमे,कोई तो है ज़िन्दगी में जो इतने हक से हमें धमकाता है।
जब तुम पास होती हो तब दिल चाहता है की वक़्त रुक जाये…!!
तेरी सिर्फ एक झलक ने खरीद लिया हमें,बहुत गुमान था हमें कि हम बिकने वालों में से नहीं है…!!
परछाई बनकर जिन्दगी भर तेरे साथ चलने का इरादा है,तोड़कर दुनिया की सारी रस्में और कसमें तेरे साथ जीने का वादा है…!!
खुदा की फुर्सत में एक पल आया होगा,जब उसने तुझ जैसा प्यारा इंसान बनाया होगा,न जाने कौन सी दुआ कुबूल हुई हमारी,जो उसने मुझे तुझसे मिलाया होगा…!!
लंबी बातों से मुझे कोई मतलब नहीं है,मुझे तो उनका “जी” कहना भी कमाल लगता है…!!
मुझे तुम्हारी ये अदा कमाल की लगती है,नाराज़ मुझसे होती है और गुस्सा सबको दिखाती हो…!!
तेरी एक झलक पाने को तरस जाता है ये दिल,खुशनसीब हैं वो लोग जो तेरे घर के सामने रहते है…!!
तुझको देखा तो मुहब्बत भी समझ आ गई…वरना इस शब्द की तारीफ ही सुना करते थे…!!
तुझे हँसते हुए जब भी देखता हूँ मैं,यही दुनिया है मेरी, सोचता हूँ मैं…!!
करने हैं तेरे दिल पर एक बार दस्तख़त,ताकि ख़ुदा से कह सकूँ, तू मेरे नाम है…!!
जितनी हसीन ये मुलाकातें है,उससे भी प्यारी तेरी बातें है…!!
सुनना है… सुनाना है…रूठना है… मनाना है…हँसाना है… रुलाना है…इस ज़िंदगी का हर लम्हा, बस तुम्हारी बाहों में बिताना है…!!
सिर्फ दो ही वक़्त पर तुम्हारा साथ चाहिए,एक तो अभी और एक हमेशां के लिये…!!
कभी तुम्हारी याद आती है तो कभी तुम्हारे ख्वाब आते हैं,मुझे सताने के तुम्हे तरीक़े तो बेहिसाब आते है…!!
लोग आज कल मुझसे मेरी खुशी का राज पूछते है,अगर तेरी इजाजत हो तो तेरा नाम बता दूँ…!!
हसरत है सिर्फ तुम्हें पाने की, और कोई ख्वाहिश नहीं इस दीवाने की,शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुदा से है, क्या ज़रूरत थी, तुम्हें इतना खूबसूरत बनाने की…!!
बड़ी मुद्दत से चाहा है तुझे… बड़ी दुआओं से पाया है तुझे,तुझे भुलाने की सोचूं भी तो कैसे… किस्मत की लकीरों से चुराया है तुझे…!!
तेरी नज़र का जादू है या मेरी उम्र का जोश…जब भी देखता हूँ तुझे, उड़ जाते है मेरे होश…!!
तेरी आँखों के जादू से, तू ख़ुद नहीं है वाकिफ़,ये उसे भी जीना सीखा देता है, जिसे मरने का शौक़ हो…!!
मैंने तो देखा था बस एक नजर के खातिर,क्या खबर थी की रग रग में समां जाओगे तुम…!!