उन्हें ये शिकायत है,
हमसे कि हम हर किसी को देख कर मुस्कुराते है,
ना समझ है,
वो क्या जाने हमें तो हर चेहरे मेँ वो ही नजर आते है ।
जिंदगी की सबसे बड़ी सच्चाई यह है कि लोग,
गरीब लोगों से न तो प्यार निभाते हैं और न रिश्ता ।
बहुत आएँगे तुम्हारी जिन्दगी मे दिलचस्प लोग,
पर भुला ना पाओगे हमारे साथ गुजरे हुए दो पल ।
Mujhe Zamane Me Se Wo Pasand Aai,💜 . Use Mere Alawa Pura Zamana Pasand Aaya..!!😭 💛💙❤💚💖
सोचा था अपने सारे दर्द पर लिखूँगी,
अब एक किताब आभी तो एक ही दर्द लिखा था,
और कागज़ रो पड़े बे हिसाब ।
टूटता हुआ तारा सबकी दुआ पूरी करता है
क्यों के उसे टूटने का दर्द मालूम होता है!!!
मेरे अल्फ़ाज़ तो चुरा लोगे,
वो दर्द कहाँ से लाओगे ।
चली जाने दो उसे किसी ओर कि बाहों मे,
इतनी चाहत के बाद जो मेरी ना हुई,
वो किसी ओर कि क्या होगी ।
लग गयी बददुआ हमें उन गुलाबों की,
जिनको हमने तुम्हारी खातिर तोडा था ।
गजब की एकता देखी लोगों की जमाने में,
जिन्दों को गिरने में और मुर्दो को उठाने में ।
दिन जालिम होता हैख्वाब देखने नहीं देता।
रात को ख्वाब देखो तो दिन उसे पूरा होने नहीं देता.
"वाह मौसम आज तेरी अदा पर दिल खुश हो गया.
😘😘💖💞💞💖😘😘
याद मुझे " आई और बरस तू गया..।"
"वाह मौसम आज तेरी अदा पर दिल खुश हो गया..
याद मुझे " आई और बरस तू गया..।"
मुहब्बत के आँसू है , इन्हें आँखों में ही रहने दो..
शरीफों के घर के मसले बाहर नही जाते..
कौन कहता है कि रोने से ज़ी हलका होता है..
कम्बख़्त नमक है अश्क़ में..ज़ी और जलता है..
आज उस हद तक सिर्फ दर्द ही दर्द है,
जिस हद तक तुमसे मोहब्बत की थी.
उसने मुझ से पुछा....मेरे बिना रह लोगे..?
साँस रुक गई....और उन्हें लगा..हम सोच रहे है..
टूट कर बिखर जाते हैं वो लोग मिटटी की दीवारों की तरह
जो खुद से भी ज्यादा किसी और से प्यार करते हैं
कुछ तो शराफत सीख़ ले ऐ मोहब्बत तू शराब से,
बोतल पर कम से कम लिखा तो होता है कि मैं जानलेवा हूँ।
# सजा ये है कि # बंजर # जमीन हूँ
मैं...और
# जुल्म ये है कि # बारिशों से # इश्क़ हो गया.
💫मुस्कुराना तो मेरी शख्सियत का हिस्सा है,
दोस्तो***
तुम मुझे खुश समझ कर दुआओ मे भुल मत जाना !!
मौत ने पूछा मैं आऊँगी तो मेरा स्वागत करोगे कैसे,
मैंने कहा राह में फुल बिछाकर पूछूँगा कि आने में इतनी देर कैसे !!
खुदा करे प्यार मे कभी किसिका दिल ना टूटे,
जेसे रूठा मेरा सनम कभी किसिका ना रूठे
खुदा करे प्यार मे कभी किसिका दिल ना टूटे,
जेसे रूठा मेरा सनम
हर रात एक नाम याद आता है,
कभी सुबह कभी शाम याद आता है.
जब सोचता हू के कर लू दूसरी मोहोब्बत,
पर फिर पहली मोहोब्बत का अंजाम याद आता है..!!!
एक दिल मेरे दिल को ज़ख़्म दे गया,
ज़िंदगी भर जीने की कसम दे गया.
लाखों में से एक फूल चुना हमने,
जो काँटों से भी गहरी चुभन दे गया...........!!!
बहुत कुछ सोचा था जिंदगी के बारे मे
ना जाने मेरे अरमान कहा खो गये थे
कुछ हमसफ़र रहो मे मेरी भी
पेर आज हम तन्हा से हो गये.... !!!!
एक ख्वाब सुहाना टूट गया
एक जख्म अभी तक बाकी है
जो अर्मा थे सब खाक हुए
बस राख अभी तक बाकी है
अहसान मोहब्बत में जताए नहीं जाते,
अपनों के सितम हमसे बताये नहीं जाते,
अह्सासे गम हो या ख़ुशी छुपती नहीं कभी,
लेकिन दिलों के जख्म दिखाए नहीं जाते..!!
क्या लिखूँ..अपनी जिंदगी के बारे में दोस्तों..
वो लोग ही बिछड़ गए.
जो हमारी जिंदगी हुआ करते थे..
💕💕*ना जाने ये कौन सा तरीका है उसका प्यार करने का,*
*कि उसका दिल ही नहीं करता मुझसे बात करने का..*💕💕
हम तो मौजूद थे
अंधेरों में उजालों की तरह
तुमने चाहा ही नहीं
चाहने वालों की तरह ..!!
बूंदों में भीगता... इश्क़...!
इंतज़ार में .. सूखते हम...!!
*रूबरू तुमसे मिलने का मौका तो मिलता नही
*इसलिए शब्दों से तुम्हे छू लेते हैं ll
💞 शिकायत जिंदगी से
नहीं उनसे है 💞
💞जो जिंदगी में है पर
हमारे नहीं है 💞
रिमझिम का लिबास पहन कर याद किसी की आयी हैं,
आज बहुत दिन बाद अचानक आँख यूँही भर आयी है।
रोज रोज हर रोज आप मेरा दिल तोड़़ते हो,
कभी कभी इसको जोड़ने की भी मोहलत दे दिया करो..
सीतम तो ये है की पगली तु भी ना बन सकी अपनी,
जा कुबूल किया हमने तेरा ये गम भी ख़ुशी की तरह !!😊🎸
अजीब तरह से गुजर रही है जिंदगी
सोचा कुछ किया कुछओर मिला कुछ
एक जैसी ही दिखती थी माचिस की वो तीलियां,
कुछ ने दिये जालये और कुछ ने घर !
नसीब मेरा मुझसे क्यों खफा हो जाता है,
अपना जिसको भी मानो बेवफा हो जाता है,
क्यों न हो शिकायत मेरी नजरों को रात से,
सपना पुरा होता नहीं ओर सवेरा हो जाता है !
मैं एक उलझी सी पहेली हूँ, खुद की सुलझी सी सहेली हूँ,
चाँदनी रात में सपनो को बुनती हूँ, दिन के उजाले में उनको ढूंढती हूँ..
अकेले ही गुज़रती है ज़िन्दगी लोग,
तसल्लियां तो देते हैं पर साथ नहीं.!
यु तो कोई शिकायत नहीं मुझे मेरे आज से पर,
कभी-कभी गुजरा हुआ कल बहुत याद आता है.
एक शराब की बोतल दबोच रखी है,
तुजे भुलाने की तरकीब सोच रखी है.!!
मानते हैं सारा जहान तेरे साथ होगा.
ख़ुशी का हर लम्हा तेरे पास होगा.
जिस दिन टूट जाएँगी सांसे हमारी.
उस दिन तुझे हमारी कमी का एहसास होगा.!!
पता तो मुझे भी था की लोग बदल जाते है.
पर मैंने तुम्हे कभी उन लोगो मै गिना नहीं था.!!
हम उस दौर में जी रहे है जहां मासुमियत को बेवकूफ समझा जाता है.!!
कुछ ख़त आज फिर डाकघर से लौट आये.
डाकिया बोला जज्बातों का कोई पता नहीं होता.!!
सुकून अपने दिल का मैंने खो दिया खुद को तन्हाई के समुन्दर में डूबो दिया.
जो थी मेरे कभी मुस्कुराने की वजह आज उसकी कमी ने मेरी पलकों को भीगो दिया.!!
हमारा हक़ तो नहीं है फिर भी यह तुमसे कहते है.
हमारी जिंदगी ले लो मगर उदास मत रहा करो.!!