तुम तो डर गए एक ही कसम से,
हमे तो तुम्हारी कसम देकर हज़ारो ने लूटा है..
सारे तावीज़ गले में पहन के देखे,
पर दिल को सुकून सिर्फ उनके दीदार से आया..
*👉🏻जब तेरी👰 याद आती है ना,,,*
*आँखे तो मान जाती है पर ये कमबख्त दिल 💔 रो 😭 पडता है..😔😔*
सोच 🤔 रहा हूँ दिल ❤ पर भी Gorilla ग्लास 🖱 लगवा दूँ ,
टूटेगा 😩 तो ग्लास टूटेगा दिल 💔 नही
आज☝ उसने 👩 एक ☝बात कह के मुझे 👦� रुला 😭 दिया....
जब☝ दर्द 💔 बर्दाश्त नही ❌ होता तो ☝ मोहब्बत 💏 क्यों की.. 😐
बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे धीरे,
इक शहर अब इनका भी होना चाहिए…
हमारा हक 😔 तो नही है ❌ फिर भी 👉🏻👰🏻 तुमसे कहते है,
हमारी 🚶🏻जिन्दगी ले ✌🏼 लो मगर उदास मत 😍 रहा करो..🌹❤❤❤
शौक़ नहीं है मुझे ज़ज्बातों को सरेआम लिखने का,
मगर क्या करूँ ज़रिया यही है बस तुम से बात करने का
कितनी मोहब्बत हैं, तुम से लफ्जों के सहारे कैसे बताऊँ..?
महसूस कर मेरे एहसास को अब गवाही कहा से लाऊँ..?
*ख्वाहिश थी की वो मुझे याद करे मेरी तरह,*
*ख्वाहिश थी..ख्वाहिश ही रही..!*
*ये प्रेम, प्यार, इश्क़, मोहब्बत के*
*एक-एक अक्षर विकलांग क्यों हैं..???*🌹💞
हमसे मिलकर वो क्या गजब ढ़ाने लगे,,,😭
खुद को छोड़कर मेरी कसम खाने लगे.....😭
*कोई उन्हें भी नौकरी दे दो*
*साहब दिल💔 तोडने की डिग्री है उनके पास ...*
जिससे 😘 प्यार 💞 करो उसे अगर पा 😘 लिया जाये तो इसे किस्मत 😉 कहते है...
👉और जो किस्मत 😞 में नही है फिर भी उसीसे प्यार 💞 करो तो
इसे मोहब्बत 💞 कहते है.😔
जान से मार दे लेकिन 😓😓 छोड जाने का ज़ुल्म ना कर.💛💚💜❤
शुक्र 🙏 करो कि हम 😎 दर्द 😔 सहते हैं,
लिखते 📝 नहीं ✖ वरना कागजों 📖 पर लफ़्ज़ों 💤 के जनाज़े 🛌 उठते..😭.❤💜💚💛
ए मौत जरा जल्दी कर,
तेरे इंतजार में हूँ मैं !💛💚💜❤
वो कैसे दिवाली मनाए यारो,
जिसकी फूलझड़ी खफा हो !❤💜💚💛
❣↔ मैनें ❤ दिल ♡♡ को 💓 भी सिखा 👆 दिया, औकात ➿ में रहने का हुनर😒
वरना...
.
💝 जिद्द करता ⚜ था उसकी,, 💖 जो 💗 नसीब में 💕 नही है!!! 😷
#मोहब्बत 💑 नही थी तो #एक 👆बार #समझाया तो होता,
बेचारा #दिल ❤ तुम्हारी #खमोशी को #इश्क 💏 समझ बैठा.❤💜💚💛
रास्तें खुद ही तबाही के निकाले हमने ,
कर दिया दिल किसी पत्थर के हवाले हमनें 💛💚💜❤
गैरों की खातिर वो हमसे दूर जाते रहे,
आँसूं थे पलकों में मगर हम मुस्कुराते रहे !❤💜💚💛
शुक्र है परिंदो को नहीं पता की, उनका मज़हब और सरहदे क्या है...
वरना रोज आसमान से खून की बारिश होती...💛💚💜❤
जिसे मै चाहूं,
उसे और क्या चाहिये...❤💜💚💛
फ़िक्र तो तेरी आज भी हैं,
बस जिक्र करने का हक़ नही रहा ।
जरा 👧🏻 khud ही सोचना क्या गुज़रेगी उस दिन 👧🏻👈🏻 तुम पर......
जब 👈🏻 तू चाहेगा 👦🏻 मुझे मेरी तरह और 👦🏻 मे🚶🏻छोड दूँगी 👈🏻 तुझे teri तरह..❤💜💚💛👌🏻
चाँद भी झाँकता है अब खिङकियोँ से…
मेरी तन्हाईयोँ का चर्चा आसमानो मे है.❤💜💚💛
एक खिलौना ही तो हूँ मैं उसके हाथों का,
रुठती वो है और टूटता मैं हूँ
जा जाने वाले आज तुझे तेरे हाल पे छोड़ दिया हमने..
अगर कोई मुझसे ज्यादा चाहे तुझे तो उसे मेरा सलाम कहना..💛💚💜❤
हमारा दर्द फैला पडा था कागज पर,
जो समझा रो दिया जो न समझा मुस्कुरा दिया❤💜💚💛
कहानी बनके जिए हैं, हम इस ज़माने में..!
तुमको सदियाँ लग जायेंगीं हमें भुलाने में!!💜💚💛❤
भीगने का मजा तो तब है,
जब प्यार सामने हो,
फिर किसे फर्क पडता है,
की बरसात बादलो से हो या आँखों से ।
*☝ 🏻 जुदाई देने से बेहत्तर था की तुम हमें जहर दे देते...*
*तुम्हारा नाम हो जाता और हमारा काम हो जाता...
#_सम्भल_* के #रहना उन *#_इंसानो_* से,
जिन के *#_दिल_* मे भी *#_दिमाग_* होता है..! 💞💚
👰🏻 तेरी मोहब्बत 💞 की ☺ हिफाजत कुछ इस तरह की है,
🚶🏻हम ने 😘 जब कभी किसी ने 😍 प्यार से देखा 😌 नजरे झुका ली 😘 हम ने..🤔❤
घर से बाहर वो नक़ाब मे निकली,
सारी गली उनकी फिराक मे निकली,
इनकार करते थे वो हमारी मोहब्बत से,
ओर हमारी ही तस्वीर उनकी किताब से निकली।💙❤
बताओ है कि नहीं मेरे ख्वाब झूठे;
कि जब भी देखा तुझे अपने साथ देखा।🌹💛
बैठा है क्यों उदास, वो दिलबर की याद में..??
मुझ से तो कह रहा था मोहब्बत फुज़ूल है..!!💛💜💚❤
चाहो तो दफन कर देना...अपने पैरो तले कही....
बस गहराई इतनी रखना....की तेरी पायल की खनक आती रहे..💛💚💜❤
तुम मुझे दर्द देते हो, कोई बात नहीं,
कुछ तो है जो, सच्चे दिल से देते हो ।
मोहब्बत की दुनिया में चुप रहना ही बेहतर है,
जमाने के हिसाब से धोखा खा जाते है, अक्सर ज्यादा बोलने वाले...❤
तेरी यादों की नौकरी में, गज़ल की पगार मिली है,
खर्च हो चले हैं झूठे वादे, व़फा कब उधार मिली है...!
कौन किसी को क्या देता है,
कौन किसी से क्या पाता है,
प्रेम के दो शब्द बोलो सबसे आपकी जेब से क्या जाता है..?
🙏 सुप्रभात 🙏 🌿आप का दिन शुभ हो🌿💜💚💛❤
ज़िन्दगी ने मर्ज़ का क्या खूब इलाज सुझाया,
वक्त को दवा बताया
ख्वाहिशों से परहेज़ बताया|💛💚💜❤
दिलों से खेलते है वो खिलौना समझकर,
आज इसकी बारी तो कल उसकी !!❤💜💚💛
वो मेरी पहली मौहब्बत थी और मैं भी उसकी पहली मौहब्बत,
फ़र्क़ इतना रहा कि मेरी पहली मौहब्बत ही आख़िरी थी,
मगर उसकी नही ।
इश्क-ऐ-दरिया में हम डूब कर भी देख आय,
वो लोग मुनाफे में रहे जो किनारे से लौट आये ..💛
बहोत तकलीफ देते है वो आँसुं,
जो बिना कुसूर के मिलते है !!❤💜💚💛
भूल तो जाऊं मैं तुझे,
पर फिर मेरे पास रहेगा क्या !!💛💚💜❤
पता नहीं वो रूठी थी या मैं रूठा था,
पर हमारा साथ ज़रा सी बात पे छूटा था !!❤💜💚💛