मैं कहूँ आप सुनो वो अच्छी दोस्ती, आप कहो और मैं सुनूँ वो उससे भी अच्छी दोस्ती, पर मैं कुछ भी ना कहूँ और आप समझ जाओ तो वो हैं सबसे अच्छी दोस्ती. Good Morning Buddy
अले मेले दोस्त दू अभी तक सो ला ह, डेख मे तो उठ डया, बुलुच बी टर लिया ओल तुझे मेसेज बी टल दिया, टल अब तू बी उठ डा वलना मम्मी मलेंगी. डूड मार्निंग…
सबसे अच्छा दोस्त किताब होता हैं, क्योकि वो हमेशा सच बोलता हैं. Good Morning
बिना सावन बरसात नही होती, सूरज डूबे बिना रात नही होती, क्या करे अब कुछ ऐसे हालात हैं, दोस्तों की याद आयें बिना दिन की शुरूआत नही होती. Good Morning
सारे साथी काम के, सबका अपना हैं मोल, जो संकट में साथ दे, वो हैं सबसे अनमोल. Good Morning
भगवान् कहते हैं कि – उदास ना हो मैं तेरे साथ हूँ, सामने नही तेरे आस-पास हूँ, पलको को बंद करके, दिल से याद कर, मैं कोई और नही तेरा विश्वास हूँ. Good Morning
कामयाबी कभी बड़ी नही होती, पाने वाले हमेशा बड़े होते हैं, दोस्ती कभी बड़ी नही होती, निभाने वाले हमेशा बड़े होते हैं. Good Morning
वो भी क्या वक्त था, माँ की एक थप्पड़ से हमारी सारी गलतियाँ सुधर जाती थी. Good Morning
मित्रता और रिश्तेदारी “सम्मान” की नही, “भाव” की भूखी होती हैं, बशर्ते लगाव “दिल” से होना चाहिए, दिमाग से नही. प्यारी से सुबह का प्यारा सा गुड मोर्निंग सुप्रभात
डॉक्टर कहता हैं – सुबह जल्दी उठने से उम्र बढ़ती हैं, मुर्गा जल्दी उठता हैं और शाम तक शहीद हो जाता हैं. वहम से खुद को बचाएं और आराम से उठे… सुप्रभात.
“आपके कर्म ही आपकी पहचान है, वरना एक नाम के हजारो इंसान है !”
“रिश्तों” की कदर भी पैसों की तरह ही करनी चाहिए क्योंकि दोनों को कमाना मुश्किल है, पर गँवाना आसान।”
“किसी को खुश रखने का मौका मिले तो छोड़िये मत फरिश्ते होते हैं वह लोग जो दूसरों की खुशी का ख्याल रखते हैं”
“यदि हम अभी भी उस व्यक्ति को ढूंढ रहे हैं, जो हमारी जिंदगी बदल सकता है. तो हमें एक बार आईने में देखना चाहिए, क्यू कि खुद से ज्यादा हमे और कोई नही बदल सकता.”
“बहुत आसान होता है , उदाहरण पेश करना , बहुत मुश्किल होता है , स्वंय कोई उदाहरण बनना….!”
“जिदंगी का खुबसूरत लम्हा कौन सा होता है?? Fantastic Answer : जब आपका परिवार आपको दोस्त समझने लगे और आपके दोस्त आपको पना परिवार”
“हमारा ‘व्यवहार’ कई बार हमारे ‘ज्ञान’ से अधिक ‘अच्छा’ साबित होता है। क्योंकि जीवन में जब ‘विषम’ परिस्थितियां आती हैं, तब ज्ञान ‘हार’ सकता है, परन्तु ‘व्यवहार’ से हमेशा ‘जीत’ होने की ‘संभावना’ रहती है।”
“गुणों के सहारे ही व्यक्ति सफल हो पाता है, मगर विनय और विवेक साथ हो तो शिखर छू जाता है ! जब हम अकेले हों तब अपने विचारों को संभालें और जब हम सबके बीच हों तब अपने शब्दों को संभालें…..!!”
“कैसे हो पायेगी अच्छे इंसान की पहचान दोनो ही नकली हो गए है आँसू और मुस्कान संबंध उसी आत्मा से, जुड़ता है जिनका हमसे, …पिछले जन्मों का कोई रिश्ता’ होता है’ वरना दुनिया के इस भीड़ में,, कौन किसको जानता है..”.
“दुनियां के रैन बसेरे में.. पता नही कितने दिन रहना है, “जीत लें सबके मन को.. बस यही जीवन का गहना है..!!”
“चमचा जिस बर्तन में होता है उसे ही ख़ाली कर देता है… बात बहुत गहरी है , परन्तु सत्य है……..!!!”
“कुछ इकट्ठा भी उन्हीं के पास होता है जो बांटना जानते हैं फिर चाहे भोजन हो प्यार हो अपनापन हो या सम्मान !”
“रिश्ता”बारिश जैसा नहीं होना चाहिए, जो बरसकर खत्म हो जाय। बल्कि “रिश्ता” हवा की तरह होना चहिये, जो खामोश हो मगर सदैव आस पास हो…”
“जिन्हें फ़िक़र थी कल की वे रोए रात भर जिन्हें यकीन था रब पर वे सोए रात भर.”
“भलाई करते रहिए बहते पानी की तरह…!!! बुराई खुद ही किनारे लग जाएगी, कचरे की तरह…”
“सब के दिलों का एहसास अलग होता है … इस दुनिया में सब का व्यवहार अलग होता है … आँखें तो सब की एक जैसी ही होती है … अंदाज़ अलग होता है !”
“खुशियां उगे न खेत में, मिले न हाट बाजार…. । अपने अंदर ढूंढ लो, भरा अतुल भंडार… ।।”
“मन के अनुकूल” हो तो “हरि कृपा” और “मन के विपरीत” हो तो “हरि इच्छा” इस तथ्य को धारण कर लें तो जीवन में आनंद ही आनंद है।”
“जब मन खराब हो तब बुरे शब्द ना बोलें, क्योंकि.. खराब मन को बदलने के मौके बहुत मिल जायेंगे लेकिन शब्दों को बदलने के मौके फिर नहीं…मिलेंगे.!!!!”
“जब आँसू आपका हो और पिघलता कोई और हो तब ये समझ लेना की वो रिश्ता उच्च से उच्चकोटि का है फिर चाहे वो रिश्ता प्रेम का हो या मित्रता का !”
“देश में राजा समाज में गुरु और परिवार में पिता कभी साधारण नहीं होते, निर्माण और प्रलय दोनों उन्हीं के हाथों में होता है..!”
“बहुत खुश किस्मत होते है वे लोग जिन्हें ”समय” और ”समझ” एक साथ मिलती है,
क्योंकी अक्सर ”समय” पर ”समझ” नही आती और जब ”समझ” आती है तो ”समय” हाथ से निकल जाता है!!!”
“यादों के पन्नो से भरी है जिंदगी सुख और दुःख कि पहेली है जिंदगी कभी अकेले बैठ कर सोच कर तो देखो संबंधों के बगैर अधूरी है जिंदगी”
“जीवन में खुशी का अर्थ लड़ाइयाँ लड़ना नहीं, बल्कि उन से बचना है । कुशलता पूर्वक पीछे हटना भी अपने आप में एक जीत है । क्योकि “अभिमान” की ताकत फरिश्तो को भी “शैतान” बना देती है, और “नम्रता” साधारण व्यक्ति को भी “फ़रिश्ता” बना देतीहै । हँसते रहिये हंसाते रहिये”
“किसी रिश्ते में निखार, सिर्फ अच्छे समय में हाथ मिलाने से नहीं आता। बल्कि नाज़ुक समय में हाथ थामने से आता है। कुछ लोग “ज़िन्दगी” होते हैं, कुछ लोग “ज़िन्दगी” में होते हैं। कुछ लोगों से “ज़िन्दगी” होती है, “पर” कुछ “लोग होते हैं” तो “जिंदगी”होती है।।”
“चावल अगर कुमकुम के साथ मिल जाऐं तो किसी के मस्तक तक पहुंच जाते हैं और दाल के साथ मिल जाऐं तो खिचड़ी बन जाते है अर्थात …..हम कौन हैं उसके महत्व से ज्यादा…… *किनकी संगत में हैं , यह बहुत महत्वपूर्ण है ।”
“मधुमक्खियाँ केवल अँधेरे में काम करती हैं। विचार केवल मौन में काम आते हैं, नेक कार्य भी गुप्त रहकर ही कारगर होते हैं।..”
“जो यह सोचते हैं कि वे किसी प्रकार की सेवा करने योग्य नहीं हैं… वे शायद पशुओं और वृक्षों को भूल जाते हैं… कितने देव, कितने धर्म, कितने ही पंथ चल पड़े इस शोकग्रस्त संसार में. पर संसार को दयावानों की आवश्यकता है।”
एक बुज़ुर्ग ने बहुत ही सुंदर बात कही है, “आज की पीढ़ी इकठ्ठा करने के लिए जी रही है “………. और हमारी पीढ़ी इकठ्ठा रहने के लिए जीती रही।
“अभिमान” तब आता है, जब हमें लगता है कि हमने कुछ किया है और, “सम्मान” तब मिलता है जब दुनिया को लगता है कि आपने कुछ किया है …..!
“एक चीज़ जो रोज घट रही है, वो है आयु। एक चीज़ जो रोज बढ़ रही है, वो है तृष्णा। एक चीज़ जो सदा एक सी रहती है, वो है “विधि का विधान।”
“एक सुखद जीवन के लिए, मस्तिष्क में सत्यता, होठों पर प्रसन्नता और हृदय में पवित्रता जरूरी है। जिसका मन मस्त है.. उसके पास समस्त है..!!”
“मजबूत होने मे मज़ा ही तब है जब सारी दुनिया कमज़ोर कर देने पर तुली हो।
काबिलियत इतनी बढाओ कि आपको हराने के लिये कोशिशें नही साजिशें करनी पड़ें…॥”
“परमात्मा कभी …… भाग्य नहीं लिखता। जीवन के हर कदम पर…..हमारी सोच, हमारा व्यवहार एवं हमारे कर्म ही हमारा…… भाग्य लिखते हैं।”
“नाराज न होना कभी, यह सोचकर कि… काम मेरा_ और_ नाम किसी का_ हो रहा है..?
घी और रुई सदियों से, जलते चले आ रहे हैं…, और लोग कहते हैं…, दिया जल रहा है।”
“इच्छाएँ, सपने, उम्मीदें और नाखून. इन्हें समय-समय पर काटते रहें, अन्यथा ये दुखः का कारण बनते हैं……!!!”
अगर “जिंदगी” को “कामयाब” बनाना हो तो याद रखें, “पाँव” भले ही “फिसल” जाये पर “जुबान” को कभी मत फिसलने देना..
“जो ज्ञानी होता है उसे समझाया जा सकता है, जो अज्ञानी होता है उसे भी समझाया जा सकता है। परन्तु जो अभिमानी होता है उसे कोई नहीं समझा सकता। उसे केवल “वक्त”ही समझा सकता है।”