सख़्त हाथों से भी छूट जाती हैं कभी कभी उँगलियाँ
रिश्ते ज़ोर से नही तमीज़ से निभाए जाते हैं..
तारीफ अपने आप की करना फ़िज़ूल है,
खुशबु खुद बता देती है कि कौन सा फूल है..
पूरे की ख्वाहिश में ये इंसान बहुत कुछ खोता है,
भूल जाता है की आधा चाँद भी खूबसूरत होता है..
अपनाने के लिये हजार खूबियाँ कम है,
छोड़ने के लिये एक कमी ही काफी है।
बड़े होने के बाद सुबह अलार्म नही जागती..
घर की जिमेदारियां वक़्त से भी पहले जगा देती है ।।
पहाड़ियों की तरह खामोश है,आज के संबंध और रिश्ते,,,,
जब तक हम न पुकारै ,उधर से आवाज ही नहीं आती,,,
पसीना उम्र भर का उसकी "गोद" में सुख जाएगा
हमसफ़र" क्या है यह बुढ़ापे में समझ आएगा😊
आँखों की झील से दो कतरे क्या निकल पड़े.
मेरे सारे दुश्मन एकदम खुशी से उछल पडे़.!!
दिल भर ही गया है तो मना करने मे डर कैसा.
मोहब्बत मे बेवफओ पर कोई मुकदमा थोडे होता है.!!
कौन कहता है वक़्त मरता नहीं.
हमनें सालों को ख़त्म होते देखा है दिसंबर में.!!
अक्सर कुछ लिखता मिटाता रहता हूँ मैं.
हा एक नाम छूपाता रहता हूँ मै.!!
मेरे पास समय नहीं है उन लोगों से नफरत करने के लिए.
मैं तो उनमें व्यस्त हूँ जो मूझसे प्यार करते है.!!
दुनिया को अक्सर वो लोग बदलकर जाते हैं.
जिन्हें दुनिया कुछ बदलने लायक नहीं समझती हैं.!!
ज़िन्दगी हो या शतरंज…
मज़ा तभी है दोस्त…..जब रानी साथ हो….
सेल्फी नहीं पर कभी किसी का दर्द खींच सको तो कोशिश करना.
दुनिया तो क्या ख़ुदा भी तुमको लाइक करेंगे.!!
मिलना है तुझसे बिछ्डने से पहले पाना है तुझे.
खोने से पहले और जीना है तेरे साथ मरने से पहले.!!
मोहब्बत अब समझदार हो गयी है.
हैसियत देख कर आगे बढ़ती है.!!
बहुत खुश रहता हूँ आज कल मै.
क्युँकि अब उम्मीद खुद से रखता हूँ औरों से नही.!!
जब दुशमन पत्थर मारे तो उसका जवाब.
फुल से दो पर वो फुल उसकी कबर पर होना चाहिये.!!
हम इतने खूबसुरत तो नही है मगर हाँ.
जिसे आँख भर के देख ले उसे उलझन मेँ डाल देते हॆ.!!
इश्क़ ऐसा करो की धड़कन मे बस जाए साँस भी लो तो खुश्बू उसी की आए.
प्यार का नशा आँखों पे छा जाए बात कुछ भी ना हो पर नाम उसी का आए.!!
उनका हर अंदाज़ हकीकत है या ख्वाब है खुशनसीबों के पास रहते हैं वो.
मेरे पास तो बस उनकी मीठी सी याद है.!!
जितना खड़े होकर बोलने के लिए हिम्मत चाहिए होती है, उतना ही साहस सुनने के लिए भी चहिये होता है.
दुआएँ जमा करने मे लग जाओ साहब..
खबर पक्की है ।
दौलत और शोहरत साथ नही जायेगेँ..
कड़वी ज़ुबाँ वाले का शहद भी नही बिकता
और मीठी ज़ुबाँ वाले नीम के पत्ते बेच देते है
रिश्ता बहुत गहरा हो या न हो
पर भरोसा बहुत गहरा होना चाहिए!!
ताश का जोकर और अपनों की ठोकर बाज़ी पलट देते हैं...
खोने के लिये किसी रास्ते की जरूरत नही
दिलों में दीवारें बना लो गलतफहमी की
रिश्तों की एहमियत को समझो इन्हे जताया नहीं निभाया जाता है...
👉जिसका "वक़्त" खराब हो उसका साथ जरूर देना चाहिए
और जिसकी "नियत" ख़राब हो उससे दूर ही रहना चाहिए👈
मनचाहा" बोलने के लिए "अनचाहा" सुनने की ताकत होनी चाहिए...!!!
समझदार इंसान का दिमाग़ चलता है...
और ना समझ की ज़ुबान ...!!
*लाख दलदल हो,* *पाँव जमाए रखिये;* *हाथ खाली ही सही,* *ऊपर उठाये रखिये;* *कौन कहता है छलनी में,* *पानी रुक नहीं सकता;* *बर्फ बनने तक,* *हौसला बनाये रखिये।*
Question: एक बात समझ नहीं आई☝🏻🤔, सरकार जो इतने कदम उठाती है, आखिर में रखती कहाँ है ?? 🤔 🤔 Answer : सरकारी कर्मचारी की छाती पे ओर कहाँ 🤭🤫🤥🤫
ज़िन्दगी तो सभी के लिए रंगीन किताब है;
फर्क है तो बस इतना कि कोई;
हर पन्ने को दिल से पढ़ रहा है;
और कोई दिल रखने के लिए पन्ने पलट रहा है!
बिना लछ्य के जीवन, बिना पता लिफ़ाफ़े के समान है;
जो कहीं भी कभी नहीं पूहंच सकता!
सपना कभी साकार नहीं होता
मोहब्बत का कोई आकार नहीं होता
सब कुछ हो जाता है दुनिया में
मगर दुबारा किसी से सच्चा प्यार नहीं होता
वक़्त आपको बता देता है
कि लोग क्या थे और आप क्या समझते थे
इस दुनिया में आगे बढ़ने के लिए
ना बोलना बहुत ज़रूरी है
किस्मत सबको मौका देती है
पर मेहनत सबको चौंका देती है
ज़िन्दगी मे कभी प्यार करने का मन हो तो
अपने दुःख से प्यार करना क्योंकि दुनिया का दस्तूर है
जिसे जितना चाहोगे उसे उतना दूर पाओगे
इश्क में इसलिए भी धोखा खानें लगें हैं लोग
दिल की जगह जिस्म को चाहनें लगे हैं लोग
कुछ मुलाकाते दरवाजे खोल जाती है
या तो दिल के या तो आंखो के
अपनी हर फतेह पर इतना गुरुर मत कर
मिट्टी से पूछ आजकल सिकंदर कहाँ है
फ़क़ीर कुछ कहे, सब इसी के इंतज़ार में हैं
सादगी में इतनी ताक़त है, कि राजा भी क़तार में है
किस्मत सबको मौका देती है
पर मेहनत सबको चौंका देती है
इस दुनिया में आगे बढ़ने के लिए
ना बोलना बहुत ज़रूरी है
वक़्त आपको बता देता है कि लोग क्या थे
और आप क्या समझते थे
ज़रुरत भर का तो खुदा सबको देता है.....
परेशान है लोग इस वास्ते कि बेपनाह मिले..
पानी अपना सारा जीवन देकर लकड़ी को बड़ा करता है,
शायद इसीलिए वह लकड़ी को कभी डूबने नहीं देता..
माँ बाप भी शायद कुछ ऐसा ही करते हैं..