“इतना मुश्किल भी नहीं उतना आसान भी नहीं। तुझे चलना है अकेले क्युकी तेरे साथ कोई नहीं।”
“अगर मंज़िल हासिल न हो तो , रास्ते बदलो मत बनाओ।”
“हार नहीं मानी इरादे बड़े है बंज़र है राहे पर सीधे खड़े है।”
“ना मंज़िल है ना ठीकाना। कर हौसले बुलंद बस चलते है जाना।”
“जितना कठिन संघर्ष है । उतनी ही शानदार जीत।”
“जो मुस्कुरा रहा है उसे गम ने पाला होगा। जो चल रहा है उसके पाँव में छाला होगा। बिन संघर्ष इंसान चमक नहीं सकता। जो जलेगा उसी दिए में उजाला होगा। “
“गम ना कर जिंदिगी बहुत बड़ी है चाहत की मेहफिल तेरे लिए सजी है। एक बार मुस्कुरा कर तो देख तक़दीर खुद तुझसे मिलने खड़ी है।”
“ऐ फ़क़ीर क्यों देखता है हाथो की लकीर। कर हौसले बुलंद और बदल अपनी तक़दीर।”
“अपने गरम खून को अपना करम बना मेहनत को अपनी जिंदिगी अपना धरम बना।”
“तू शक्ति बन प्रकाश बन। तू युगपुरुष महान बन। जो कभी नहीं झुके वो पुरुष विराट बन। तू कर्ण दानवीर बन। तू मृगघाटी फ़क़ीर बन। जो समय की मांग हो तू वीर महावीर बन”
“बात रास्तो की नहीं मंज़िल की है। अगर हौसले में है उड़ान तो हर मंज़िल है आसान।”
“बढ़ते रहे हम मंजिल की ओर क्यों सोचें कि आगे क्या होगा कुछ ना भी मिला तो भी क्या तजुर्बा तो नया होगा।”
“सफल तो हमेशा वही लोग होते है। जो जिंदिगी में बड़े से बड़े तूफ़ान को हवा का झोका समझते है।”
“सतर्कता का विचार जब भी अपने मन में लाओगे। हारने की जगह तुम उनके काम आओगे।”
“खुद पर रख हौसला बस आगे बढ़ता चल। जीत हार में होता है बस फ़ासला पल दो पल। मंज़िल मिल ही जाएगी आज नहीं तो कल।”
“जब तक तुम डरते रहोगे। तुम्हारी ज़िंदगी के फैसले कोई और लेता रहेगा।”
“बुद्धिमान व्यक्ति कभी दुखी नहीं होता। और न ही कभी खुद को कमज़ोर होने देता है।”
“कुछ इस तरह मेने जिंदिगी को आसान कर लिया। कुछ से माफ़ी मांग ली और कुछ को माफ़ कर दिया।”
“हमे तो हिम्मत है दर्द सहने की आदत है। तूम इतना दर्द देते हो कही थक तो नहीं जाते।”
“मैदान में हारा हुआ इंसान फिर से जीत सकता है पर खुद से हारा हुआ इंसान कभी नहीं।”
“बात ख्याल की नहीं। विचार की है। अगर तक़दीर रूठे तब भी हिम्मत न छूटे।”
“ज़िंदिगी जीने के दो ही तरीके है जो हो रहा है उसे होने दो या ज़िम्मेदारी उठाओ उसे बदलने की।”
“वक़्त अच्छा हो या बुरा लेकिन बदलता ज़रूर है।”
“किस्मत में लिखी हर मुश्किल टल जाती है। अगर इरादे हो मज़बूत तो मंज़िल मिल जाती है।”
“मुसीबत सब पर आती है कोई बिखर जाता है। तो कोई निखर जाता है।”
“दुनिया कहती है किस्मत हाथो की लकीरो में होती है। पर किस्मत तो उनकी भी होती है जिनके हाथ नहीं होते।”
“नेकी कर दरिया में डाल।”
“मंज़िल मिले न मिले मुक़द्दर की बात है पर हम कोशिश भी न करे ये तो गलत बात है।”
“बात चाहत की नहीं इबादत की है। जो दिल से लिए मान कण कण में है भगवान।”
“जो हुआ अच्छा हुआ। जो हो रहा है अच्छा हो रहा है और जो होगा अच्छा होगा।”
“उठो दौड़ो और दौड़ते रहो दौड़ते रहो तब तक जब तक मंज़िल नहीं मिल जाती।”
“बात वादे की नहीं इरादे की है। अगर लिए मन में ठान तो ज़रूर मिलेगी पहचान।”
“गिरे बार बार लेकिन चलते रहे। लाख ठोकर खाई पर सँभलते रहे। बहोत दूर पीछे रह गए जो हमसे जलते रहे। “
ज़िन्दगी बहुत हसीन है, कभी हंसाती है, तो कभी रुलाती है, लेकिन जो ज़िन्दगी की भीड़ में खुश रहता है, ज़िन्दगी उसी के आगे सिर झुकाती है।
मिल सके आसानी से उसकी ख्वाहिश किसे है जिद्द तो उसकी है जो मुकदर में लिखा ही नहीं है
हौसले बुलंद कर रास्तों पे चल दे… तुझे तेरा मुकाम मिल जायेगा, बढ़ कर अकेला तू पहल कर देखकर तुझको… काफिला खुद बन जायेगा.
शाम सूरज को ढ़लना सिखाती है, शमा परवाने को जलना सिखाती है, गिरने वाले को होती तो है तकलीफ, पर ठोकर ही इंसान को चलना सिखाती है…
नज़र-नज़र में उतरना कमाल होता है, नफ़स-नफ़स में बिखरना कमाल होता है, बुलंदियों पे पहुँचना कोई कमाल नहीं, बुलंदियों पे ठहरना कमाल होता है।
आज तेरे लिए वक्त का इशारा है, देखता ये जहां सारा है, फिर भी तुझे रास्तों की तलाश है, आज फिर तुझे मंज़िलो ने पुकारा है।
सोचने से कहाँ मिलते हैं तमन्नाओं के शहर, चलना भी जरुरी है मंजिल को पाने के लिए।
निगाहों में मंजिल साफ़ थी , बार-बार गिरे, मगर गिरकर संभलते रहे , हवाओं ने कोशिशे तो बहुत की , मगर हम वो चिराग थे आँधियों में भी जलते रहे ।
मुस्कुरा रहा है उसे दर्द ने पाला होगा, जो चल रहा है उसके पाँव में छाला होगा, बिना संघर्ष के इन्सान चमक नही सकता, जो जलेगा उसी दिये में तो उजाला होगा।
जो ज़िन्दगी आप जी रहे हैं बहोत से लोगों के लिए ये भी एक सपना है.
तकदीर के खेल से निराश नहीं होते, जिंदगी में ऐसे कभी उदास नहीं होते, हाथों की लकीरों पर क्यों भरोसा करते हो, तकदीर उनकी भी होती है जिनके हाथ नहीं होते।
सफर में मुश्किलें आऐ, तो हिम्मत और बढ़ती है… कोई अगर रास्ता रोके, तो जुर्रत और बढ़ती है… अगर बिकने पे आ जाओ, तो घट जाते है दाम अक्सर… ना बिकने का इरादा हो तो, कीमत और बढ़ती है…
संघर्ष में आदमी अकेला होता है, सफलता में दुनिया उसके साथ होती है, जिस-जिस पर ये जग हँसा है, उसी ने इतिहास रचा है…
मंज़िले पाना तो अभी बाकी है, इरादों का असली इम्तिहान तो अभी बाकी है, तोली है मुट्ठी भर जमीन अभी तो, तोलना पूरा आसमान बाकी है।
खोकर पाने का मज़ा ही कुछ और है रोकर मुस्कराने का मज़ा ही कुछ और है हार तो जिंदगी का हिस्सा है मेरे दोस्त हारने के बाद जीतने का मज़ा ही कुछ और है.
अपने सपनों को जिन्दा रखिए | अगर आपके सपनों की चिंगारी बुझ गई है, तो इसका मतलब यह है कि आपने जीते जी आत्महत्या कर ली है |
उलझी शाम को पाने की ज़िद न कर, जो ना हो अपना उसे अपनाने की ज़िद न कर, इस समंदर में तूफ़ान बहुत आते है, इसके साहिल पर घर बनाने की ज़िद न कर ।